झारखंड में खूबसूरती बिखेर रही रेशम की साड़ियां, राज्य में पहली बार शुरू टसर साड़ियों का उत्पादन
8/18/2021 5:14:50 PM
रांचीः झारखंड के रेशम के धागों को पिरोकर अब उसे खूबसूरत साड़ियों का रूप दिया जा रहा है। पहली बार झारखंड के टसर से राज्य में ही वस्त्र निर्माण का कार्य शुरू हुआ है। इससे पूर्व तक झारखंड सिर्फ टसर का उत्पादन करता था।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद झारखंड राज्य खादी बोर्ड की यह नई पहल है। बोर्ड के चांडिल स्थित उत्पादन और प्रशिक्षण केंद्र में पहली बार टसर साड़ियों का उत्पादन शुरू किया है। ये साड़ियां गुणवत्ता में काफी अच्छी मानी जा रही है। चांडिल के केंद्र में तसर धागों की बुनाई और फिर उसकी डिजाइनिंग तक का काम किया जा रहा है। अभी उत्पादन सीमित मात्रा में है पर धीरे-धीरे इसका उत्पादन बढ़ाने की योजना है। बोर्ड अब आमदा और कुचाई के प्रशिक्षण और उत्पादन केंद्रों में भी साड़ियां के उत्पादन पर फोकस कर रहा है। इससे राज्य के बुनकरों को रोजगार और झारखंड में बनी साड़ियों को बाजार मिलेगा।
चांडिल प्रशिक्षण एवं उत्पादन केंद्र से बुनकरों को एक साड़ी बनाने में तकरीबन तीन दिन का समय लग रहा है। इन साड़ियों की डिजाइन आकर्षक है। दरअसल झारखंड के कुचाई क्षेत्र का टसर गुणवत्ता में सबसे बेहतर माना गया है। यहां पर इन टसर के धागों का उपयोग साड़ी बनाने में किया जा रहा है। शिल्पी रोजगार योजना के तहत महिलाओं को सिलाई मशीन प्रदान की गई है।