"भारी वर्षा से हुई क्षति का त्वरित आकलन कर शीघ्र भेजें रिपोर्ट", इरफान अंसारी का सभी उपायुक्तों को निर्देश
Friday, Jun 20, 2025-02:31 PM (IST)

रांची: झारखंड राज्य में हो रही भारी वर्षा और संभावित बाढ़, जलभराव की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने एक आपात बैठक आयोजित कर राज्य के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, और संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है।
"हमारा लक्ष्य है, हर जीवन की सुरक्षा"
मौसम विभाग, रांची द्वारा दी गई चेतावनी के अनुसार, आगामी दिनों में तेज बारिश, नदियों के जलस्तर में वृद्धि और बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। डॉ. अंसारी ने कहा की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। सभी जिलों को एडवाइजरी भेज दी गई है। विभाग की सभी टीमें पूरी मुस्तैदी से तैयार हैं, लेकिन सबसे अहम है कि आमजन सचेत रहें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। हमारा लक्ष्य है, ‘हर जीवन की सुरक्षा। जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। जरूरी होने पर ही यात्रा करें और वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। बिजली उपकरणों को प्लग से निकालकर सुरक्षित करें। मच्छरों से बचाव के लिए उचित उपाय अपनाएं। साफ पानी का उपयोग करें और खुले खाद्य पदार्थों से बचें। मौसम अलर्ट और प्रशासनिक सूचनाओं पर नजर बनाए रखें। जलमग्न सड़क, पुल, अंडरपास या नालों में प्रवेश न करें।
"आपदा की घड़ी में संयम, सतकर्ता व सहयोग ही सबसे बड़ा हथियार"
जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, बाढ़ के पानी में तैराकी या खेलकूद न करें। जेनरेटर का उपयोग घर के अंदर न करें। गिरे हुए विद्युत तारों के संपर्क में न आएं - तुरंत प्रशासन को सूचित करें। अत्यधिक बारिश के दौरान यात्रा या बाहरी गतिविधियों से बचें। जिन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, वहां के उपायुक्तों को विद्यालयों को अस्थायी रूप से बंद करने का सुझाव दिया गया है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह एडवाइजरी व्यापक रूप से प्रचारित की जाए ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के प्रत्येक नागरिक तक समय रहते जानकारी पहुंच सके। मंत्री डॉ. अंसारी ने राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देशित किया है कि वे भारी वर्षा से हुई क्षति का त्वरित आकलन कर उसका प्रतिवेदन शीघ्र विभाग को उपलब्ध कराएं, ताकि प्रभावित लोगों को हुए नुकसान का मुआवजा यथाशीघ्र प्रदान किया जा सके। आपदा की घड़ी में संयम, सतकर्ता और सहयोग ही सबसे बड़ा हथियार है। झारखंड सरकार आपके साथ है।