मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले विधायक बसंत सोरेन, सौंपा ज्ञापन

12/21/2021 5:47:18 PM

 

दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका में मिनी सचिवालय स्थापित करने तथा करीब डेढ़ दशक पूर्व स्थापित जर्जर मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय को सुव्यवस्थित करने की दिशा में पहल शुरू कर दी गई है। दुमका के विधायक बसंत सोरेन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर झारखंड की उपराजधानी दुमका में मिनी सचिवालय की स्थापना और वर्षों में बंद पड़े जर्जर मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय का जीर्णोद्धार शीघ्र कराने की मांग से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा है।

सोरेन ने सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलकर इन विषयों पर बात की तथा राज्य की उपराजधानी दुमका में मिनी सचिवालय एवं मुख्यमंत्री का आवास एवं अन्य संरचनाओं का निर्माण व अधिष्ठापन कराए जाने के साथ-साथ पहले से स्थापित तथा देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुके मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय का सुद्दढ़ीकरण कराये जाने का अनुरोध किया। विधायक ने कहा कि 15 नवंबर 2000 को राज्य गठन के कुछ महीने के भीतर ही राज्य सरकार द्वारा दुमका को राज्य की उपराजधानी घोषित किया गया था। लेकिन राज्य गठन के 21 साल बीत जाने के बाद भी यहां की स्थिति बहुत नहीं बदली है। उन्होंने कहा कि दो साल पूर्व झारखंडी विचार धारा की सरकार के गठन से संताल परगना प्रमंडल के निवासियों में आशा एवं उम्मीद जगी है।

जनता की उम्मीदों के अनुरूप इस क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण अब उपराजधानी के स्तर से ही शीघ्र किया जायेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा राज्य की उपराजधानी दुमका में मिनी सचिवालय की स्थापना तथा देखरेख के अभाव में जर्जर हो चुके मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय को सुव्यवस्थित किये जाने से संताल परगना के निवासियों की समस्याओं का त्वरित निराकरण तो होगा और इस क्षेत्र के समुचित एवं समेकित विकास की गति भी तेज होगी।

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Diksha kanojia