झारखंड में भारत बंद का मिला जुला असर, अधिकतर सभी जिलों के स्कूल बंद

Wednesday, Aug 21, 2024-12:26 PM (IST)

रांची: झारखंड में भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। राजधानी रांची में वाहनों का परिचालन काफी कम है। वहीं, सड़क पर लोग भी कम नजर आ रहे हैं।

रांची के अलावा हजारीबाग, गिरिडीह, बोकारो, तोपचांची, झरिया, लातेहार आदि में भी भारत बंद का मिलता जुलता असर देखा जा रहा है। कुछ जिलों में वाहनों का परिचालन काफी कम है। कई मार्गों में बंद समर्थक मौजूद हैं। वहीं, धनबाद के पास स्थित झरिया में बंद का कोई असर नहीं है। सभी दुकाने खुली हैं। छोटे वाहन जैसे बाइक, ऑटो- ई रिक्शा आदि चल रहे हैं। हालांकि स्कूल व कॉलेजों में छुट्टी दे दी गयी है। बोकारो की बात करें तो यहां भी भारत बंद का कोई असर नहीं दिख रहा है। रोड पर सामान्य दिनों की तरह ही ट्रक, बस सहित अन्य गाड़ियां चल रही हैं। लातेहार में भारत बंद को लेकर कई निजी विद्यालयों की आज छुट्टी है जबकि सरकारी स्कूल खुले हैं। लोहरदगा में भारत बंद का आंशिक असर देखने को मिला। वहीं, रामगढ़ में बंद का असर पूरी तरह देखने को मिल रहा है।

बता दें कि अनुसूचित जाति व जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देश भर के विभिन्न संगठनों ने आज (21 अगस्त) 'भारत बंद' का आह्वान किया है। कई पार्टियां इस बंद का समर्थन कर रही हैं। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर को लेकर फैसला सुनाते हुए कहा था,  ''सभी एससी और एसटी जातियां और जनजातियां एक समान वर्ग नहीं हैं। कुछ जातियां अधिक पिछड़ी हो सकती हैं। उदाहरण के लिए - सीवर की सफाई और बुनकर का काम करने वाले। ये दोनों जातियां एससी में आती हैं, लेकिन इस जाति के लोग बाकियों से अधिक पिछड़े रहते हैं। इन लोगों के उत्थान के लिए राज्‍य सरकारें एससी-एसटी आरक्षण का वर्गीकरण (सब-क्लासिफिकेशन) कर अलग से कोटा निर्धारित कर सकती है। ऐसा करना संविधान के आर्टिकल-341 के खिलाफ नहीं है।''
 


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Khushi

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