झारखंड के रामगढ़ में जोशीमठ जैसा नजारा! धमाके के साथ फटी जमीन...कुछ घरों में आई दरारें, घर छोड़ कर भागे लोग

1/13/2023 11:26:11 AM

रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब आधी रात को जोरदार धमाका हुआ, जिससे जमीन फट गई और कुछ घरों में दरारें आ गई। वहीं, लोग डर की वजह से घर छोड़कर बाहर निकल गए।

3-4 घरों की जमीन और दीवार में आई दरार
मामला जिले के वेस्ट बोकारो के कोल खनन एरिया से करीब एक किमी दूर का है। यहां बीते बुधवार की रात को 2.30 बजे जोर का धमाका हुआ, जिसके बाद अचानक जमीन फट गई और 3-4 घरों की जमीन और दीवार में दरार आ गई। दरार इतनी चौड़ी थी कि एक आदमी इसमें समा जाए। वहीं, इस घटना के बाद लोग इतना डर गए कि अपना घर छोड़ कर बाहर निकल गए और अपने घर में वापिस जाने को डर रहे हैं।

"धमाका इतना जोरदार था कि ऐसा लगा किसी ने बम फोड़ दिया हो"
इस मामले में स्थानीय निवासी सलेश साव ने बताया कि घर में अचानक जोर का धमाका हुआ। ऐसा लगा कि किसी ने बम फोड़ दिया, देखा तो जमीन फट रही थी। मकान की दीवारें सरक रही थीं। यह सब कुछ आंखों के सामने और महज कुछ ही देर में हो गया। धमाके की आवाज सुनकर घर के सभी लोग बाहर आ गए थे, सब लोग जमीन को फटते हुए देख रहे थे, लेकिन कोई कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं था। इतने में किसी ने कहा कि भागो, फिर सभी लोग मौके से भाग खड़े हुए।

"यह नजारा देख कर जोशीमठ की याद आ गई"
उन्होंने बताया कि यह नजारा देख कर जोशीमठ की याद आ गई। इससे लोगों में इस कदर दहशत हो गई कि लोग अपने ही घर में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे बल्कि दूर खड़े होकर अपनी गाढ़ी कमाई से निर्मित घर और मकानों की दुर्दशा को निहार रहे थे। सलेश साव ने बताया कि वेस्ट बोकारो डिवीजन में इस समय अस्थाई रूप से शहर बसाया गया है जबकि उसके नीचे कोयले की खदान है। इसमें 2 दशक पहले ही कोयला निकाला जा चुका है।

जोशीमठ को कर दिया गया भूस्खलन-धसाव क्षेत्र घोषित 
गौरतलब है कि उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव और मकानों में दरारें आ गई है, जिससे जोशीमठ को भूस्खलन-धसाव क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और प्रभावित घरों में रह रहे परिवारों को अस्थायी राहत केंद्रों में पहुंचाया दिया गया है। राज्य सरकार उन लोगों को 6 महीने तक 4,000 रुपये प्रति माह का भुगतान करेगी जो किराए के आवास में जाना चाहते हैं। इस घटना के बाद अपना घर छोड़ने पर मजबूर हुए लोग काफी दुखी है। वहीं, जोशीमठ में कुल 4,500 इमारतें हैं और इनमें से 610 में बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे वे रहने लायक नहीं रही। 

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Khushi