"झारखंड वासी मरांडी के दोहरे चरित्र व सस्ती राजनीति के झांसे में नहीं आने वाले", बाबूलाल मरांडी के बयान पर विनोद पांडेय का पलटवार

Monday, May 12, 2025-10:47 AM (IST)

रांची: झारखंड में झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा कि बाबूलाल मरांडी अब झारखंड की राजनीति में अपनी प्रासंगिकता बचाने के लिए बेबुनियाद आरोपों का सहारा ले रहे हैं। पांडेय ने कहा कि डीजीपी पद पर नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर हेमंत सोरेन सरकार पर सवाल उठाने से पहले उन्हें अपनी पार्टी के अंदर झांककर देख लेना चाहिए।

"हेमंत सोरेन के दमदार नेतृत्व में राज्य का सही दिशा में विकास हुआ"
विनोद पांडेय ने कहा कि झारखंड में आज जिन मुद्दों पर मरांडी जी शोर मचा रहे हैं, वे उन्हीं के शासनकाल की देन हैं। तब के भ्रष्टाचार और नौकरशाही के खेल ने ही आज प्रशासनिक व्यवस्था को इस स्थिति में ला खड़ा किया है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दमदार नेतृत्व में राज्य का सही दिशा में विकास हुआ है। आज हर वर्ग के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिल रही है। झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि यह बयान हास्यास्पद है, क्या बाबूलाल जी खुद को इतना हताश और भ्रमित मान चुके हैं कि अब बिना किसी आधार के ऐसी बातें कह रहे हैं? अगर उनके पास कोई ठोस प्रमाण है, तो सामने लाएं। वरना, झूठ बोलकर जनता को गुमराह करने की साजिश बंद करें।

"हेमंत सोरेन सरकार पर उंगली उठाने से पहले..."
पांडेय ने कहा कि संविधान और सुप्रीम कोर्ट का हवाला देने से पहले मरांडी ये भी बताएं कि उन्होंने अपने शासनकाल में कितनी बार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन किया था। कितने संवैधानिक पदों को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार पर उंगली उठाने से पहले बाबूलाल मरांडी को ये समझ लेना चाहिए कि जनता अब सब कुछ देख रही है। झारखंड के लोग अब उनके दोहरे चरित्र और सस्ती राजनीति के झांसे में आने वाले नहीं हैं जिसका परिणाम पिछले चुनाव में हार के रूप में भाजपा को देखने मिल चुका है। पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य विकास और पारदर्शिता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मरांडी अगर आपको झारखंड की फिक्र है, तो झूठ फैलाने के बजाय रचनात्मक सुझाव दीजिए, लेकिन हां, इसके लिए जमीन पर आकर सच्चाई का सामना करना पड़ेगा।'' 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Khushi

Related News

static