Jharkhand Election 2024: जामताड़ा विधानसभा सीट पर क्या फिर जीत हासिल कर पाएंगे इरफान अंसारी
Monday, Sep 30, 2024-02:44 PM (IST)
जामताड़ा: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से जामताड़ा को हॉट सीट माना जाता है। दुमका ज़िले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र दुमका लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड राज्य के अस्तित्व में आने के बाद अगर बात करें विधानसभा चुनाव के बारे में तो साल 2005 में इस सीट पर बीजेपी के विष्णु प्रसाद भैया विधायक चुने गए जबकि 2009 में यह सीट जेएमएम के खाते में गई और जेएमएम के टिकट पर विष्णु प्रसाद भैया ही विधायक चुने गए।
वहीं 2014 और 2019 के चुनाव में यहां से कांग्रेस के इरफान अंसारी विधायक बने। अब इरफान अंसारी हेमंत सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इसलिए ये तय है कि 2024 में भी जामताड़ा से कांग्रेस के टिकट पर इरफान अंसारी ही चुनाव लड़ेंगे।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जामताड़ा सीट पर कांग्रेस कैंडिडेट इरफान अंसारी ने जीत हासिल की थी। इरफान अंसारी को एक लाख 12 हजार आठ सौ 29 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी कैंडिडेट बिरेंद्र मंडल 74 हजार 88 वोट ही हासिल कर पाए थे। इस लिहाज से अंसारी ने बिरेंद्र मंडल को 38 हजार सात सौ 41 वोट के अंतर से हराया था। वहीं निर्दलीय कैंडिडेट तरुण कुमार गुप्ता ने छह हजार दो सौ 19 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर कांग्रेस के इरफान अंसारी ने बीजेपी के बिरेंद्र मंडल को 9 हजार एक सौ 37 वोटों से हराकर अपना परचम लहराया था। इरफान अंसारी को कुल 67 हजार चार सौ 86 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के बिरेंद्र मंडल को कुल 58 हजार तीन सौ 49 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेएमएम के विष्णु प्रसाद भैया को कुल 52 हजार 29 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के विष्णु प्रसाद भैया ने कांग्रेस के फुरकान अंसारी को 12 हजार आठ सौ 43 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। विष्णु प्रसाद भैया को कुल 62 हजार सात सौ 95 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के फुरकान अंसारी को कुल 49 हजार नौ सौ 52 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रही बीजेपी की बेबी सरकार को 9 हजार दो सौ 28 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
झारखंड बनने के बाद इस सीट पर हुए विधानसभा चुनाव परिणामों का विश्लेषण करें तो इस सीट पर किसी एक पार्टी का कब्जा कभी नहीं रहा है, लेकिन कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के मंत्री बनने के बाद उनका इस सीट पर दावा मजबूत हो गया है।