झारखंड में पार्टी का वजूद बचाने में जुटी JDU, नया संगठन बनाने की कर रही तैयारी

3/10/2021 3:38:55 PM

दुमका: झारखंड 2014 विधानसभा चुनाव में एक भी सीट से चुनाव नहीं जितने के बाद जनता दल यूनाइटेड का राजनीतिक पौधा जो मुरझाया वह अब तक हरा नहीं हो पाया है। जिसका खामियाजा झारखंड में हो रहे 2019 विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला। जदयू ने सालखन मुर्मू के आदिवासी कार्ड के जरिए झारखंड में अपने मुरझाए राजनीतिक पौधे को हरा करने का प्रयास किया, लेकिन वह भी निष्फल रहा। ऐसे में अब जनता दल यूनाइटेड उन्हें हटाकर झारखंड में नया संगठन बनाने की तैयारी कर रहा है ताकि किसी भी प्रकार से यहां फिर से अपनी पार्टी के वजूद को बचाया जा सके।


जदयू का मानना है कि आदिवासी चेहरा के रूप में सालखन मुर्मू को झारखंड का अध्यक्ष बनाकर पार्टी सोच रही थी की इससे झारखंड में फिर से जे डी यू पैर जमाने में कामयाब हो जाएगी। लेकिन सालखान मुर्मू के द्वारा आदिवासी और मुस्लिम कार्ड जोरदार ढंग से खेलने और अन्य वर्गों को तरजीह नहीं देने से झारखंड में हुए विधान सभा चुनाव 2019 में भी एक भी सीट से चुनाव नहीं जीत सकी। जिसके बाद पार्टी को इस पर पुनर्विचार की जरूरत महसूस हुई।


झारखंड पार्टी महासचिव प्रवीण सिंह ने बताया कि अब पार्टी ने सालखन मुर्मू को अध्यक्ष पद से हटा कर प्रदेश कमेटी भंगकर अब नई कमेटी के निर्माण में जुट गई है। जिसके क्रम में पार्टी ने नए प्रदेश संयोजक के रूप में श्रवण कुमार के नाम की घोषणा की है। फिलहाल अभी पार्टी अध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ है। उन्होंने बताया जल्द ही नई प्रदेश कमेटी का गठन होगा। 

कभी झारखंड सरकार में मंत्री तक रहने वाली जे डी यू की स्थिति ऐसी हो गई है की आज पार्टी के अस्तित्व तक पर संकट गहरा गया है। सालखन मुर्मू के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में आदिवासी और मुस्लिम कार्ड खेलने से जब पार्टी की स्थिति और खराब होती नजर आईं तो अब इसने पुराने कमेटी को भंग कर नए कमेटी पर विचार करना शुरू कर दिया है ताकि पार्टी को झारखंड में पुनर्जीवित किया जा सके।

 

Content Writer

Umakant yadav