''लूटने'' के लिए मशहूर गठबंधन का झारखंड चुनाव में फिर से जीतना आश्चर्यजनक: चिराग पासवान
Sunday, Dec 15, 2024-02:25 PM (IST)
चतरा: केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि खनिज संपन्न झारखंड को कथित रूप से ‘‘लूटने'' वाले गठबंधन का राज्य में फिर से चुनाव जीतकर सरकार बनाने में सफल होना आश्चर्यजनक है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी झारखंड को ''विकसित राज्य'' बनाने के लिए काम करेगी, चाहे परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों न हों।
पासवान ने चतरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “झारखंड में विकसित राज्य बनने की पूरी क्षमता है। यहां खनिजों का विशाल भंडार है। इसके बावजूद यह विकसित राज्य नहीं बन सका। यह समय इस बारे में आत्मावलोकन का है कि चुनाव जीतने के बाद केवल अपने विकास के बारे में सोचने वाली सरकार या गठबंधन दोबारा सत्ता में कैसे आ गया। हमने सरकार और मुख्यमंत्री का पिछला कार्यकाल देखा है।” उन्होंने अपने भाषण में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले गठबंधन के नाम का जिक्र नहीं किया हालांकि उनका इशारा सत्तारूढ़ पार्टी की ओर था। चतरा विधानसभा सीट से लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवार जनार्दन पासवान की जीत को लेकर मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए पासवान चतरा पहुंचे थे।
पासवान ने दावा किया, “हम झारखंड की छवि बदलना चाहते थे और ऐसी सरकार लाना चाहते थे जो लोगों के विकास के लिए काम करे। विडंबना यह है कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने पांच वर्ष तक झारखंड को लूटने के बावजूद सत्ता बरकरार रखी।” पासवान ने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार लगातार ‘‘देश के गरीबों के लिए काम कर रही है''। उन्होंने कहा, “केंद्र ने देश के करीब 80 करोड़ लोगों को शौचालय, गैस कनेक्शन, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा और मुफ्त राशन दिया है। उनके प्रयासों से करीब 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे के जीवन से बाहर आए हैं।” पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी झारखंड को एक विकसित राज्य बनाने के लक्ष्य पर काम करेगी और आने वाले दिनों में पार्टी को मजबूत करेगी।
बता दें कि पिछले महीने झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल की थी। झामुमो ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट पर जीत हासिल की थी जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मात्र 24 सीट से संतोष करना पड़ा था।