अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष बोले- मानवाधिकार आयोग से हो लातेहार मुठभेड़ की जांच

6/20/2021 6:19:53 PM

 

रांचीः भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अनुसूचित जनजाति मोर्चा ने झारखंड के लातेहार जिले में करीब एक सप्ताह पूर्व हुए नक्सली मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए इसकी जांच मानवाधिकार आयोग से करने की मांग की है। मोर्चा ने मुठभेड़ को लेकर एक जांच दल का गठन किया था। जांच के लिए यह दल 19 जून 2021 को घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ति परिवार सहित गांव वाले से मिलकर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

मोर्चा के अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने घटनास्थल पर जाकर घटना की विस्तृत जानकारी लेने के बाद रविवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह घटना नक्सलियों के साथ मुठभेड़ की घटना नहीं थी, बल्कि यह फर्जी मुठभेड़ थी। पुलिस सुरक्षा बल ने जानबूझकर निर्दोष लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ग्रामीण नक्सली नहीं थे बल्कि निरीह मासूम लोग थे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सरहुल त्योहार के एक दिन पहले परंपरागत प्रथा के अनुरूप जंगल की ओर शिकार खेलने जा रहे थे। उन भुक्तभोगी ग्रामीणों के द्वारा हाथ उठाकर चिल्लाकर स्वयं को ग्रामीण बताने के बाद भी उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गई।

उरांव ने कहा कि मोर्चा की मांग है कि क्त घटना की गंभीरता पूर्वक एवं कठोरता पूर्वक सुरक्षा बल के अधिकारी झारखंड जगुआर के जवानों पर न्यायिक कार्यवाई हो और उन्हें सजा मिले । पीड़ति परिवार मृतक के परिवार को समुचित मुआवजा दो लाख रुपए तत्काल दी जाए। उन्होंने कहा कि 12 जून 2021 को लातेहार जिले के गारू प्रखंड अंतर्गत पीरी गांव के टोला गैनाखड़ में एक निर्दोष की गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गयी थी।

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Diksha kanojia