कोरोना के चलते नहीं लगेगा श्रावणी मेला, HC ने राज्य सरकार को दिए ये निर्देश

7/3/2020 4:06:51 PM

रांचीः सावन के पवित्र महीने में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा। इसकी जगह बैद्यनाथ धाम मंदिर का ऑनलाइन दर्शन श्रद्धालुओं को कराया जाएगा। सावन के पवित्र महीने में कावंर यात्रा को लेकर हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है।

मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन न्यायाधीश सुजीत नारायण प्रसाद के अदालत में मामले पर सुनवाई हुई। अदालत ने सभी पक्षों को सुनने के उपरांत सरकार के पक्ष को देखते हुए यह माना कि यह स्थिति इतने बड़े मेले के आयोजन का नहीं है। उन्होंने याचिकाकर्ता के आग्रह को देखते हुए मंदिर में वर्चुअल जिसे ऑनलाइन दर्शन कहते हैं, वैष्णो देवी और बालाजी की तर्ज पर शुरू करने का आदेश दिया है। अदालत ने सरकार को कहा कि इसमें तो कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने श्रद्धालुओं की भावना को देखते हुए उनके धर्म के प्रति आस्था को देखते हुए उन्हें ऑनलाइन दर्शन पूरे सावन कराने का निर्देश दिया है।

गौरतलब है कि श्रावणी मेला के आयोजन को लेकर झारखण्ड हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर श्रावणी मेला के आयोजन की मांग की गई थी। आपको बता दें कि गुरुवार को ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दुमका और देवघर के उपायुक्त को कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए इससे बचने के लिए झारखंड सरकार ने इस साल सालाना आयोजन को स्थगित करने का निर्णय लिया है।

सीएम सोरेन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ हमें और लड़ाई लड़नी है। सावन मास में पूरे देश से श्रद्धालु बाबाधाम और बासुकीनाथ आते हैं। राज्य सरकार राज्यवासियों के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। कोरोना काल में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर किसी तरह का जोखिम नहीं लिया जा सकता, जिससे कि झारखंड महामारी के बुरे दौर में चला जाए। इस वजह से राज्य सरकार ने श्रावणी मेले का आयोजन इस वर्ष नहीं करने का निर्णय लिया था।

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Diksha kanojia