गुलियन-बैरे सिंड्रोम बीमारी से झारखंड में मचा हड़कंप, राज्य में 2 लोग संक्रमित, जानें कैसे करें बचाव
Monday, Feb 03, 2025-03:35 PM (IST)
Guillain-Barre syndrome: देश में गुलेन बैरी सिंड्रोम (GBS) बीमारी ने चिंता बढ़ा दी है। अब झारखंड में भी इस बीमारी के केस निकलकर सामने आ रहे है। दरअसल रांची में शनिवार को गुलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) के एक और संदिग्ध मरीज को भर्ती कराया गया। वहीं प्रदेश में अब तक 2 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके है।
अपर मुख्य सचिव की पहल पर रिम्स में शुरू हुआ उपचार
बता दें कि यह मरीज कोडरमा का रहने वाला है और पहले रांची के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहा था। मरीज के पास आयुष्मान कार्ड नहीं था और इलाज के लिए पैसे भी खत्म हो चुके थे, जिसके बाद उसे रिम्स में भर्ती किया गया। जिसके बाद मरीज के परिवार ने रिम्स के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह से संपर्क किया। इसके बाद रिम्स के निदेशक प्रो (डॉ.) राजकुमार की मदद से मरीज को निजी अस्पताल से रिम्स में स्थानांतरित किया गया। अब रिम्स में मरीज का इलाज चल रहा है।
हाई फ्लो नेजल ऑक्सीजन सपोर्ट पर चल रहा है इलाज
मरीज को इलाज के लिए शिशु रोग विभाग में भर्ती किया गया है, जहां उसे हाई फ्लो नेजल ऑक्सीजन दी जा रही है। साथ ही, पीडियाट्रिक वेंटिलेटर की व्यवस्था भी की गई है। हाल ही में मरीज के महाराष्ट्र से वापस लौटे जाने की बात कही गईन है। बता दें कि बता दें कि इससे पहले 6 साल की बच्ची भी गुलेन बैरी सिंड्रोम की चपेट में आ चुकी है। उसका भी फिलहाल इलाज जारी है।
गुलेन बैरी सिंड्रोम (GBS) क्या है?
गुलेन बैरी सिंड्रोम एक ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें इम्यून सिस्टम शरीर के खुद के तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) पर हमला करता है। इसके कारण व्यक्ति को चलने-फिरने में परेशानी होती है और सांस लेने में भी समस्या आ सकती है। इस बीमारी का असर मुख्य रूप से पेरिफेरल नर्वस सिस्टम (जो शरीर के बाकी हिस्सों में नर्व्स होती हैं) पर पड़ता है, जबकि सेंट्रल नर्वस सिस्टम (ब्रेन और रीढ़ की हड्डी) प्रभावित नहीं होता।
बचाव के उपाय
विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि GBS जैसी बीमारियों से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि लोग स्वच्छता का ध्यान रखें और साफ पानी का ही सेवन करें। खाने से पहले और बाद में अच्छे से हाथ साफ करें। अगर किसी को कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ या हाथ-पैरों में सुन्नपन महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।