ED ने धन शोधन के मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव से 10 घंटे की पूछताछ

3/28/2023 12:06:56 PM

रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का से प्रवर्तन निदेशालय ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की एक अन्य अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ दर्ज मामलों से संबंधित धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में करीब 10 घंटे पूछताछ की।

वर्तमान में पंचायती राज विभाग के सचिव एक्का ने झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के मद्देनजर इस महीने की शुरुआत में 24 मार्च के बाद केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश होने का समय मांगा था। विधानसभा सत्र 23 मार्च को समाप्त हुआ था। केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, "एक्का मनरेगा योजना में कथित अनियमितताओं और पूजा सिंघल के खिलाफ मामलों से जुड़े धनशोधन की जांच के सिलसिले में यहां प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के सामने पेश हुए।"

एक्का सोमवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे केन्द्रीय एजेंसी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे और उन्हें रात करीब नौ बजे दफ्तर से बाहर निकलते हुए देखा गया। उन्होंने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव पर आरोप है कि उन्होंने एक निजी स्थान पर आधिकारिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे। विपक्ष द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के बाद उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय से हटा दिया गया था।

ईडी के अधिकारी ने कहा कि एजेंसी मनरेगा 'घोटाले' के साथ-साथ धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज एक मामले के अंतर्गत राज्य के खनन क्षेत्र में कथित अनियमितताओं में सिंघल की भूमिका की भी जांच कर रही है। राज्य सरकार ने पहले एक्का के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया था।

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Nitika