"कांग्रेस पार्टी ने भारत में पूर्ण लोकतंत्र कभी लागू नहीं होने दिया", बोले अर्जुन मुंडा
Saturday, Jan 25, 2025-09:12 AM (IST)
रांची: झारखंड में भाजपा रांची महानगर के द्वारा शुक्रवार को संविधान गौरव अभियान के तहत गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने अभियान के उद्देश्यों एवं कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने आजादी के अमृत वर्ष में संविधान के 75वर्ष पूर्ण होने पर बधाई एवम शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा संविधान केवल शब्दों,धाराओं और अनुच्छेदों का संग्रह नहीं बल्कि एक धर्म ग्रन्थ है जिसपर सभी भारत वासियों को गर्व है।
"कांग्रेस पार्टी को गैर कांग्रेसी सरकारों से चिढ़"
अर्जुन मुंडा ने कहा कि जनसंघ और भाजपा की स्थापना ही देश में संविधान को लागू करने के लिए हुआ। एक विधान ,एक निशान के नारों के साथ हमारे प्रेरणा पुरुष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान हुआ। मुंडा ने कहा कि राहुल गांधी जी विगत लोकसभा चुनाव के समय से संविधान की पुस्तक लेकर घूम रहे। उन्हें पता चल गया है कि भाजपा संविधान की धाराओं को उसकी मूल भावनाओं को तेजी से धरातल पर उतार रही। कांग्रेस के मंसूबों को उजागर कर रही इससे कांग्रेस का सफाया तय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को गैर कांग्रेसी सरकारों से चिढ़ है। आज वे देश की सत्ता से, विभिन्न राज्यों से हार रहे फिर भी वे 1952 वाला अधिकार चाहते हैं।
"कांग्रेस पार्टी को दलित आदिवासी की चिंता नहीं अपने अस्तित्व की चिंता"
मुंडा ने कहा कि डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सोच को ही 2019 में दुबारा सरकार बनते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 को समाप्त कर जमीन पर उतारा। कहा कि कांग्रेस पार्टी को संविधान के लागू होने संबंधी एक नोटिफिकेशन करने में तीन दशक लग गए थे। जनता को 6 बार कांग्रेस की सरकार चुननी पड़ी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को दलित आदिवासी की चिंता नहीं अपने अस्तित्व की चिंता है। कांग्रेस पार्टी दलितों,आदिवासियों को सिर्फ हथियार बनाकर रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि संविधान की बात करने वालों ने शाहबानो प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद एक महिला को उसके हक से वंचित किया। कहा कि आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू के विचारों से जयपाल सिंह मुंडा जी की असहमति रहती थी जबकि वे डॉ अंबेडकर के विचारों से पूरी तरह सहमत होते थे।
"बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को पूरे देश की चिंता थी"
मुंडा ने कहा कि बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को पूरे देश की चिंता थी। उन्हें पता था कि एक वर्ग के पिछड़ने से पूरा देश पिछड़ता है। इसीलिए उन्होंने ने संविधान में प्रावधान किए,लेकिन कांग्रेस पार्टी को सभी वर्गों की चिंता नहीं। उसे केवल अपनी सरकार की चिंता हुई। कहा कि आज नरेंद्र मोदी की सरकार में आदिवासी,दलित पिछड़े विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहे। आज सामान्य परिवार की आदिवासी महिला देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद महामहिम राष्ट्रपति को सुशोभित कर रही। कहा कि कांग्रेस को भारत की सांस्कृतिक विरासत पर गर्व नहीं। कांग्रेस की सरकार ने आजाद भारत में रामलाला की मूर्ति गर्भ गृह से हटाने का प्रयास किया। जहां मोदी सरकार में भव्य मंदिर आकर ले रहा। रामलाला बिराजमान हुए। कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश में फुल डेमोक्रेसी कभी लागू नहीं होने दिया।