झारखंड उपचुनावः दुमका से 12 और बेरमो सीट से 16 उम्मीदवार मैदान में

10/20/2020 12:02:23 PM

दुमका/बोकारोः झारखंड के दुमका एवं बेरमो विधानसभा सीटों के लिए तीन नवंबर को होने वाले उपचुनावों में नाम वापसी के बाद अब क्रमशः 12 और 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में शेष रह गए हैं हालांकि दोनों सीटों पर मुख्य मुकाबला सत्ताधारी गठबंधन के झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कांग्रेस एवं मुख्य विपक्षी भाजपा के बीच ही होने की संभावना है।

दुमका में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राजेश्वरी बी ने सोमवार को बताया कि नाम वापसी की अंतिम तिथि को भी आज एक भी प्रत्याशी ने अपना नाम वापस नहीं लिया। उन्होंने कहा कि दुमका सीट के लिए कुल 13 लोगों ने नामांकन किया था जिनमें एक प्रत्याशी का नामांकन रद्द कर दिया गया है। अतः अब मैदान में कुल 12 प्रत्याशी शेष हैं और सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिये गये हैं। इस दौरान निर्वाचन पदाधिकारी महेश्वर महतो ने बताया कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के अब तक 9 मामले सामने आए हैं जिनमें 7 मामले ऑफलाइन तथा 2 मामले सी विजिल एप के माध्यम से प्राप्त हुए थे। इनमें से 4 मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है।

इसी प्रकार बेरमो विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में नाम वापसी के बाद कुल 16 उमीदवार मैदान में रह गये हैं। बोकारो जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं सह-उपायुक्त राजेश सिंह ने सोमवार को बोकारो में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 35-बेरमो उपचुनाव में 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में आ गए हैं और इन सभी को चुनाव चिन्ह प्रदान कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि चुनाव की सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने बताया कि बेरमो उपचुनाव में 17 लोगों ने नामांकन पर्चा दाखिल किया था जिनमें से एक उम्मीदवार का नामांकन रद्द किया गया। उन्होंने बताया कि बेरमो उपचुनाव में कुल 2340 मतदान कर्मियों को मतदान कार्य हेतु लगाया जाएगा।

भारतीय जनता पार्टी ने तीन नवंबर को दुमका और बेरमो विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनावों में दिसंबर 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में अपने पराजित उम्मीदवारों डा. लुईस मरांडी एवं योगेश्वर महतो को ही फिर से मैदान में उतारा है। दुमका से राज्य की सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने हेमंत के छोटे भाई बसंत सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया है। अतः उपचुनाव में भाजपा की लुईस मरांडी और सत्ताधारी झामुमो के बसंत सोरेन में ही सीधा मुकाबला होने की संभावना है। इसी प्रकार बेरमो में वर्ष 2005 और 2014 में भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गये योगेश्वर महतो को ही इस बार भी पार्टी ने अपना टिकट दिया है।

दिसंबर, 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में योगेश्वर महतो को हराकर कांग्रेस के राजेन्द्र प्रसाद सिंह बेरमो से विधायक चुने गये थे लेकिन 75 वर्षीय राजेन्द्र प्रसाद सिंह का 24 मई को देहांत हो गया। कांग्रेस ने राजेन्द्र प्रसाद सिंह के बड़े पुत्र कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को बेरमो से अपना उम्मीदवार बनाया है जिसके चलते इस सीट पर एक बार फिर कांग्रेस और भाजपा में ही कांटे की टक्कर होने की संभावना है। मतगणना 10 नवंबर को होगी।

Diksha kanojia