नदी के ऊपर पुल न होने के कारण गांव में नहीं पहुंच सकी एम्बुलेंस, 3 km पैदल चलने को मजबूर हुई गर्भवती

1/19/2023 1:56:50 PM

खूंटी: वैसे तो हेमंत सरकार गांव-गांव तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती है। ऐसा ही मामला झारखंड के खूंटी जिले से आया है जहां एक गांव में सड़क न होने के कारण एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी, जिसकी वजह से गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।

3 किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंची गर्भवती
मामला जिले के फडिंगा गांव का है। बताया जा रहा है कि यहां एक गर्भवती महिला पैरू बोदरा को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद परिजनों ने एम्बुलेंस बुलाई, लेकिन नदी के ऊपर पुल न होने के कारण एम्बुलेंस रेत में फंस गई, जिस कारण गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा में 3 किलोमीटर पैदल चलकर बनई नदी में फंसी एंबुलेंस तक आना पड़ा। बनई नदी में फंसी एंबुलेंस को निकालने के लिए ग्रामीणों को घंटों कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बाद में ग्रामीणों ने एक ट्रैक्टर की मदद से एम्बुलेंस को खींचकर बाहर निकाला, तब जाकर महिला को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया।

"आज तक बनई नदी पर नहीं बना पुल"
बता दें कि तोरपा प्रखंड के फटका से फेडिंगा गांव जाने के रास्ते में बनई नदी पड़ती है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से ग्रामीण अपनी जान को जोखिम में डालकर इस नदी को पार करते हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और खराब हो जाती है। ग्रामीणों ने सरकार और जनप्रतिनिधियों के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बनई नदी पर पुल बनाने के लिए विधायक सांसद सहित अधिकारियों को कई बार आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन पुल बनाने की दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा कि हर बार केवल चुनाव के समय बनई नदी पर पुल बनने का आश्वासन मिलता है पर आज तक बनई नदी पर पुल नहीं बना। ग्रामीणों ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई गर्भवती महिलाओं या गंभीर रूप से बीमार हुए ग्रामीणों को पुल के अभाव में कंधे पर उठाकर नदी पार कराया जाता है।

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Khushi