पलामू में ACB ने पचास हजार रिश्वत लेते हुए सिविल सर्जन को किया गिरफ्तार

10/1/2022 2:57:21 PM

मेदिनीनगरः झारखंड के पलामू जिले के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सिविल सर्जन) डॉ. जॉन एफ कैनेडी को शुक्रवार को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के विशेष दस्ते ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सिविल सर्जन बकाया राशि 1.47 लाख (1,47,000) रुपए के के भुगतान की एवज में पचास हजार रुपये बतौर रिश्वत ले रहे थे। इस मामले में बिहार के औरंगाबाद के गोल्डन कुमार ने ब्यूरो दफ्तर में लिखित शिकायत की थी।

कुमार ने ब्यूरो को बताया था कि उसका रशियन हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक चिकित्सा संस्थान है, यह पलामू जिला स्वास्थ्य समिति में गत छह मई से निबंधित है। उन्होंने बताया था कि इस एजेंसी ने सरकारी अस्पतालों के साथ एम ओ यू (समझौता) के तहत परिवार नियोजन के कार्य किए थे, जिसके लिए उक्त राशि का भुगतान किया जाना था  इस राशि को प्राप्त करने के लिए कुमार ने जिला कार्य प्रबंधक (डी पी एम) दीपक कुमार गुप्ता से संपर्क किया तो उसने उसे कथित तौर पर कहा कि भुगतान तभी होगा जब सिविल सर्जन को एक लाख रुपये दोगे।

पिछले 16 सितम्बर को कुमार ने सिविल सर्जन डॉ कैनेडी से मुलाकात की तो उसने कहा, ‘‘तुम रुपये दे दो, तुम्हारे संस्थान को अगली बार भी सेवा विस्तार दे दिया जाएगा।'' इस रिश्वतखोरी के बारे में कुमार ने ब्यूरो को जानकारी दी जिसने शिकायत दर्ज कर मामले का सत्यापन किया और आज अपने निजी आवास पर कैनेडी ने रिश्वत की राशि ली तो योजनानुसार रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। ब्यूरो के पुलिस उपाधीक्षक मुजीबुर्रहमान ने बताया कि शिकायत की आरंभिक जांच में मामले की पुष्टि हुई तब धावा दल का गठन कर रिश्वत लेते योजना के अनुसार सिविल सर्जन को उनके निजी आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। 

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Diksha kanojia