रामगढ़ उपचुनाव में शाम 5 बजे तक 68% वोटिंग, मतदाताओं में दिखा खासा उत्साह

2/28/2023 9:31:54 AM

 

रामगढ़ः झारखंड के रामगढ़ विधानसभा सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में शाम 5 बजे तक मतदान शांतिपूर्ण रहा और करीब 68 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

रामगढ़ की जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त माधवी मिश्रा ने बताया कि मतदान उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 67.96 फीसदी मतदान हुआ। माधवी ने बताया कि इस दौरान 83 फीसदी से अधिक दिव्यांग मतदाताओं ने जबकि 80 वर्ष से अधिक आयु के 66.26 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। प्रवक्ता ने बताया कि कहीं से भी किसी प्रकार की हिंसा या गड़बड़ी की खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि मतदाताओं में खासा उत्साह है और मतदान सुचारू रूप से जारी है। मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर सुबह से ही लंबी कतारें नजर आ रही हैं। इस सीट पर हो रहे उपचुनाव में मतदान के लिए नौजवान, बुजुर्ग एवं महिलाओं में खासा उत्साह है और मतदान केंद्र पर लोग बड़ी तादाद में देखे जा सकते हैं।

इस सीट पर मुख्य मुकाबला आपराधिक मामले में सजायाफ्ता कांग्रेस की ममता देवी के पति बजरंग महतो एवं भाजपा समर्थित आजसू उम्मीदवार तथा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी के बीच है। ममता देवी की विधानसभा की सदस्यता रद्द किए जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी। इससे पहले दिन में निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया था कि उपचुनाव में कुल 3 लाख 35 हजार 734 मतदाता हैं जो 18 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। उन्होंने बताया कि इस सीट पर उपचुनाव के लिये 405 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि इस सीट पर पुरुष मतदाताओं की संख्या कुल एक लाख 73 हजार 550 व महिला मतदाताओं की संख्या एक लाख 62 हजार 184 है। इस सीट पर ममता देवी ने 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी, लेकिन एक आपराधिक मामले में पांच साल की सजा होने के चलते उनकी विधायकी चली गई और इसी वजह से यहां हो रहे उपचुनाव हैं, जिसमें कांग्रेस ने उनके पति को प्रत्याशी बनाया है।

वहीं दूसरी ओर इस मुकाबले गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी तथा आजसू पार्टी की सुनीता चौधरी चुनाव मैदान में हैं उनको राजग ने संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है। सुनीता चौधरी 2019 के चुनाव में भी उम्मीदवार बनी थीं लेकिन त्रिकोणीय मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इससे दो दिन पहले शनिवार को कांग्रेस नेता राजकिशोर बाउरी उर्फ बिदका की तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिससे चुनाव के माहौल में तनाव आ गया।
 

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Nitika