स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, बिना जांच के ही 2 लोगों को बताया CORONA संक्रमित

8/30/2020 3:47:05 PM

रामगढ़ः झारखंड के रामगढ़ जिले में दो ऐसे मामले सामने आए हैं जहां जांच के लिए नमूना लिए बगैर ही लोगों को संक्रमित बता दिया गया। वहीं भाजपा के एक स्थानीय नेता को बिना जांच के 10 दिन तक कोविड-19 अस्पताल में भर्ती रखा गया।

रामगढ़ की मुख्य चिकित्साधिकारी (सिविल सर्जन) डॉक्टर नीलम चौधरी ने बताया कि इन दोनों मामलों की जांच के आदेश दिए गए हैं और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहली शिकायत के अनुसार एक महिला और पुरुष कोविड-19 की जांच के लिए सदर अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन लाइन लंबी होने के कारण बिना जांच कराए लौट गए। बाद में दोनों को मोबाइल पर संदेश आया कि वे संक्रमित हैं, इसे लेकर उन्होंने विरोध दर्ज कराया और इसकी जानकारी सदर अस्पताल में दी।

एक अन्य घटना में भाजपा के एक स्थानीय नेता को जांच की रिपोर्ट आने से पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित बताकर अस्पताल में भर्ती कर दिया गया और 10 दिन बाद रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि होने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सूचना के अनुसार, अस्पताल से बाहर निकलने के बाद भाजपा नेता ने इसे लेकर अपने समर्थकों के साथ अस्पताल और जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखिर किस आधार पर मुझे 10 दिन तक कोविड-19 केन्द्र में भर्ती रखा गया।'' डॉक्टर चौधरी ने बताया, ‘‘इस मामले की भी जांच की जा रही है। पता किया जा रहा है कि बिना रिपोर्ट आए उक्त व्यक्ति को कोविड-19 केन्द्र में कैसे भर्ती रखा गया था?''

Diksha kanojia