मनमोहन सरकार ने स्वदेशी वैक्सीन के बजाय चीनी वैक्सीन के उत्पादन को दिया था बढ़ावाः मोदी
6/1/2021 10:09:43 AM
पटनाः बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने केंद्र की पूर्ववर्ती मनमोहन सरकार की टीकाकरण नीति पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि उस सरकार ने स्वदेशी वैक्सीन के बजाय चीनी वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ावा दिया था।
सुशील मोदी ने सोमवार को सोशल नेटवकिर्ंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि दुनिया में सबसे तेज कोरोना टीकाकरण कर 21 करोड़ डोज दिलवाने में सफल नरेंद्र मोदी सरकार पर टिप्पणी करने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बताएं कि 2008 में मनमोहन सिंह की सरकार ने चेन्नई, कूनूर और कसौली की वैक्सीन का निर्माण करने वाली सरकारी कंपनी को क्यों बंद कराया था। उन्होंने कहा कि 2013 में उसी सरकार ने इंसेफेलाइटिस और रोटा वाइरस की स्वदेशी वैक्सीन के बजाय चीनी वैक्सीन के उत्पादन को बढावा क्यों दिया। दरअसल, कांग्रेस सरकार की वैक्सीन नीति भारत माता के सीने में लगाई गई साइलेंट किलर थी, जिसे मोदी सरकार ने निकाल फेंका।
भाजपा सांसद ने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीन की कोई कमी नहीं होगी। मई में जहां वैक्सीन की लगभग 8 करोड़ वाइल मिली थी, वहीं इस महीने 12 करोड़ डोज उपलब्ध रहेगी। इसकी समय सारणी राज्यों को भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जून में केवल कोविशील्ड की 10 करोड़ वाइल की आपूर्ति होगी। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तत्परता से न केवल एक साल के भीतर भारत ने कोरोना का टीका विकसित किया, स्पुतनिक सहित कई वैक्सीन के आयात की अनुमति दी, बल्कि टीका बनाने वाली स्वदेशी कंपनियों को कच्चा माल देने के लिए अमेरिका को राजी भी कर लिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के काम को एकतरफा दुष्प्रचार से नकारने में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कभी सफल नहीं होंगे।