बिहार के तुषार ने हासिल किया है 44वां रैंक...हरियाणा के तुषार ने बनाया था फर्जी Admit Card
5/27/2023 2:03:39 PM
Patna: यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में 44वें रैंक पर दावे को लेकर विवाद को अब यूपीएससी (UPSC) ने सुलझा दिया है। यूपीएससी ने साफ कर दिया कि बिहार के भागलपुर का तुषार ही सही है और वही वास्तविकता में UPSC में 44 रैंक लाया है। वहीं हरियाणा (रेवाड़ी) वाले तुषार के खिलाफ फर्जीवाड़ा का केस चलेगा। रेवाड़ी के तुषार कुमार ने एडमिट कार्ड को एडिट कर फर्जीवाड़ा किया था। उसने रोल नंबर को ही एडिट कर दिया और पास करने वाले तुषार का रोल नंबर डाल दिया। फिर दावा करने लगा कि वह यूपीएससी के 44 वीं रैंक का असली हकदार है। इतना ही नहीं जांच में ये स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा के तुषार ने प्रारंभिक परीक्षा दी थी। पेपर वन में उसको माइनस 22.89 व पेपर टू में 44.73 अंक मिले थे। यूपीएससी के नियमों के अनुसार पेपर टु में कम से कम 66 अंक लेने वाले ही उत्तीर्ण माने गए। इससे स्पष्ट हो गया है कि रेवाड़ी का तुषार प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाया था।
क्या था मामला?
दरअसल, यूपीएससी परीक्षाओं (UPSC Exam) के नतीजे जारी होने के बाद एक बेहद हैरान करने वाली घटना सामने आई थी, जिसमें तुषार कुमार के नाम के 2 एडमिट कार्ड थे। दोनों ही एडमिट कार्ड पर 1521306 रोल नंबर थे। एक तुषार कुमार हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला है और दूसरा तुषार कुमार बिहार के भागलपुर जिले के रहना वाला है। दोनों ही तुषार कुमार ने यूपीएससी की परीक्षा दी थी। अब दोनों तुषार कुमार इस बात को लेकर दुविधा में थे कि आखिरकार परीक्षा उन दोनों में से किसने उत्तीर्ण की है। हरियाणा के तुषार का दावे के साथ कहना था कि वही वह तुषार है जिसे यूपीएससी में 44 वां रैंक आया है। उसने दावा करते हुए अपना प्रवेश पत्र भी दिखाया है, जिसमें वही रोल नंबर अंकित है जो बिहार के तुषार के प्रवेश पत्र में है।
हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड है जाली
वहीं, दूसरी ओर बिहार के भागलपुर के तुषार का कहना था कि उसे यूपीएससी में सफलता मिली है। उसका कहना है कि जो हरियाणा का तुषार दावा कर रहा है वह पूरी तरह भ्रामक है। उसने कहा कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड जाली है, उसे एडिट करके बनाया गया है और उसमें यूपीएससी का वाटर मार्क भी नहीं है। बिहार के तुषार ने कहा कि उसने हरियाणा के तुषार से फोन पर बात की थी और कहा था कि वह क्यों भ्रम फैला रहा है। वहीं, इस मामले में बिहार के तुषार कुमार ने स्थानीय एसपी से शिकायत भी की थी, जिसके यह मामला संज्ञान में लिया गया।