इस बार नहीं लगेगा विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला, देश-विदेश से आते हैं हजारों पर्यटक

11/28/2020 5:01:20 PM

पटनाः कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार विश्वप्रसिद्ध सोनपुर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा। यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है। यह मेला कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के बाद शुरू होता है। गंडक और गंगा के संगम पर लगने वाले इस मेले में देश-विदेश के हजारों पर्यटक आते हैं।

कार्तिक पूर्णिमा से महीने भर के लिए चलने वाला यह मेला धार्मिक और व्यवासायिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। इसमें हाथी-घोड़ों के साथ अन्य पुश-पक्षी भी लाए जाते हैं। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है। वहीं इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से विश्व विख्यात सोनपुर मेला का आयोजन नहीं किया जा रहा है।

बता दें कि इस मेले को 'हरिहर क्षेत्र मेला' के नाम से भी जाना जाता है जबकि स्थानीय लोग इसे छत्तर मेला पुकारते हैं। हरिहर क्षेत्र कई संप्रदायों के मतावलंबियों के आस्था का केंद्र भी है। सबसे बड़े पशु मेला होने का गौरवशाली इतिहास है। इसके साथ ही गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा के साथ-साथ कई धार्मिक व पौराणिक मान्यताएं भी हैं। लोगों की आस्था के केंद्र में बाबा हरिहरनाथ का मंदिर है। यहां भगवान विष्‍णु और भगवान शिव का मंदिर होने के कारण इस क्षेत्र का नाम हरिहर पड़ा।

Ramanjot