धर्म की मिसाल बनीं यह मुस्लिम महिलाएं, पहली बार पूरी श्रद्धा से कर रही है 'छठ व्रत'

10/28/2022 2:41:04 PM

गोपालगंज: बिहार में लोकआस्था का महापर्व छठ आज से शुरू हो गया है। छठ महापर्व जाति और धर्म के लिए एक मिसाल है। इस पर्व को हिन्दू महिलाएं ही नहीं बल्कि मुस्लिम महिलाएं भी पूरी श्रद्धा के साथ मनाती हैं। कहा जाता है कि यह परंपरा कई दशकों से चली आ रही है।

व्रत करने से हर मनोकामना होती है पूरी
गोपालगंज जिले के हजियापुर की रहने वाली मुस्लिम महिला रेहाना खातुन भी छठ पूजा कर रही है। मुस्लिम महिला ने बताया कि उसने मन्नत मांगी थी कि जब उसका घर बन जाएगा तो वह छठ माता का व्रत रखकर पूजा करेंगी। इसलिए वह आज से पूरे विधि-विधान के साथ छठ पूजा कर रहीं है। मुस्लिम महिला मलिका खातुन का कहना है कि यहां पर कई ऐसे परिवार है, जो पूरी श्रद्धा से छठ पूजा मनाते आ रहे हैं। वहीं मुस्लिम महिला सहाना खातुन ने बताया कि कई सालों से उसे बेटा नहीं हो रहा था। उसे किसी ने बताया कि इस व्रत को करने से हर मनोकामना पूरी होती है, इसलिए वह यह व्रत कर रही है। इस व्रत को पूरे विधि-विधान से करने के लिए बाजार से दउरा, सूपा, मिट्टी के कलश समेत अन्य सामग्रियों की खरीदारी कर ली है।

चार दिन का होता है महापर्व छठ 
इस महापर्व की शुरुआत आज नहाय-खाय के साथ शुरू हो गई है। बताया जाता है कि यह महापर्व चार दिनों तक चलता है। इस महापर्व के पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्ध्य और चौथे दिन सूर्य को अर्घ्य देने से समापन होता है। छठ महापर्व सूर्य उपासना का सबसे बड़ा त्योहार होता है। छठ का यह त्योहार संतान प्राप्ति, कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु की कामना के लिए किया जाता है।

Content Writer

Nitika