बिहार दिवस पर विशेष...एक अखबार से शुरू हुआ था बिहार को अलग राज्य बनाने का आंदोलन
3/21/2021 3:26:11 PM
औरंगाबादः ब्रिटिश शासन में बंगाल से पृथक होकर 22 मार्च 1912 को अस्तित्व में आए बिहार प्रांत (जिसमें उड़ीसा भी शामिल था) के निर्माण का आंदोलन एक अखबार के माध्यम से शुरू हुआ था।
बिहार अभिलेखागार के पूर्व निदेशक डॉ. विजय कुमार की पुस्तक ‘बिहार : निर्माण से शताब्दी वर्ष तक' के अनुसार, इस अखबार के संस्थापक डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा थे, जिन्होंने 28 जनवरी 1894 को इस अखबार की शुरुआत की थी और उसका नाम ‘द बिहार टाइम्स' था। इसके पहले संपादक चर्चित पत्रकार महेश नारायण बने। इसी अखबार ने बिहार सृजन आंदोलन नाम से बंगाल के गैर बंग्ला भाषी हिस्सों को अलग कर बिहार प्रांत बनाने का आंदोलन शुरू किया। इसके साथ ही सच्चिदानंद सिन्हा ने भी हरसंभव मौके पर बिहार को अलग प्रांत बनाने की वकालत की थी।
वहीं इस आंदोलन को तब बल मिला जब 1894 में अंग्रेज सरकार ने प्रशासनिक बोझ हल्का करने के लिए बंगाल के कुछ हिस्सों को असम में शामिल करने का निर्णय लिया। इसका फायदा ‘द बिहार टाइम्स' ने उठाया और उसने बंगाल के विभाजन के प्रस्ताव का समर्थन तो किया लेकिन यह कहा कि सही मायने में अगर बंगाल का दबाव कम करना है तो बिहार को अलग करना होगा न कि बंगाल को विभाजित कर असम को देने से कोई फायदा होगा।