JDU का तेजस्वी पर तंज- जनता के नकारे जाने के बाद से न तो जमीन और न ही सोशल मीडिया पर दिख रहे

1/25/2022 7:03:59 PM

पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर आज तंज कसते हुए कहा कि जनता के नकारे जाने के बाद से वह (तेजस्वी) न तो जमीन पर और न ही सोशल मीडिया पर दिखाई पड़ रहे हैं। 

"तेजस्वी न जमीन पर दिख रहे, न सोशल मीडिया पर" 
जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने मंगलवार को कहा कि तेजस्वी यादव वर्ष 2022 में न तो जमीन पर दिख रहे हैं और न ही सोशल मीडिया पर। उन्हें अपने राजनीतिक कद का पता चल गया है। उन्होंने पिछले वर्ष हुए तारापुर और कुश्वेश्वरस्थान विधानसभा उपचुनाव में राजद को मिली हार का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को सबक मिल गया है। दोनों जानते हैं कि बिहार की जनता उन्हें नकार चुकी है इसलिए तेजस्वी अब न सिर्फ बिहार से गायब हैं बल्कि ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी असक्रिय हो चुके हैं। 

"कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाना उचित नहीं" 
नीरज कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन काल में बिहार में महाजंगलराज आने के लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के आरोप पर कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाना उचित नहीं है। उन्होंने राजधानी पटना के बाकरगंज में आभूषण दुकान में हुई लूट का उदाहरण देते हुए कहा कि 48 घंटे के भीतर अपराधी पकड़े गए हैं। वहीं, बिहार में जंगलराज की टिप्पणी उस दौर में न्यायालय ने की थी। उन्होंने लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान को याद दिलाते हुए कहा कि तब जदयू समेत लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान उस दौर में लालू राज को आतंकराज कहते थे।

जदयू प्रवक्ता ने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी घटक दलों में एकजुटता होने की बात करते हुए कहा कि स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले विधान परिषद के चुनाव के लिए सीटों का बंटवारा होना शेष है। घटक विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) नेता मुकेश सहनी के राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की प्रशंसा करने पर उन्होंने कहा कि उनका व्यक्तिगत संबंध किससे कैसा है, इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते। लेकिन मुकेश सहनी न तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और न ही सरकार की योजनाओं के खिलाफ हैं।

Content Writer

Ramanjot