बिहार में खुलेआम बोरा बेचने वाले टीचर सस्पेंड, शिक्षा विभाग ने मांगा था मिड डे मील के बोरे का पैसा

8/10/2021 12:38:57 PM

पटनाः बिहार में खुलेआम बोरा बेचने वाले टीचर को निलंबित कर दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद से सरकार के साथ-साथ विभाग की भी खूब आलोचना हो रही है।

दरअसल, कटिहार के कदवा विधानसभा क्षेत्र के कदवा सौनैली बाजार में सरकारी स्कूल के टीचर मोहम्मद तमिजुद्दीन की एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही हैं, जिसमें वे मिड-डे मील के तहत आए राशन के खाली बोरे बेच रहे हैं। तजीमुद्दीन असल में शिक्षा विभाग के उस पत्र से नाराज थे, जिसमें स्कूलों में पहुंचाए गए चावल के बोरे का हिसाब मांगा गया है।

शिक्षक ने बताया कि खाली बोरे की बिक्री कर इस राशि को मध्यान्ह भोजन के खाते में जमा करने का सरकार ने आदेश दिया है। वहीं शिक्षक अपने सिर पर बोरे और हाथ में एक तख्ती लेकर लोगों से खरीदारी की अपील कर रहा है। वह यह भी कह रहे हैं कि 10 रुपए में बोरा ले लो बोरा, नहीं बिका तो वेतन रुक जाएगा। हालांकि फटे और कुतरे बोरे कोई खरीद नहीं रहा है। वहीं शिक्षा विभाग ने उनके इस कदम को अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।

बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा मिड-डे मील के तहत वर्ष-2014-15 एवं वर्ष 2015-16 में विद्यालयों को उपलब्ध करवाए गए चावल के खाली बोरे को 10 रुपया प्रति बोरा की दर से बिक्री कर उक्त राशि को जमा करने का आदेश निर्गत किया गया है। हर बोरे में 2 क्विंटल चावल होने का आकलन कर, जिलों को आवंटित कुल चावल के हिसाब से विभाग ने बोरे की संख्या तय की है। बताया जा रहा है कि सरकार को 12 करोड़ 71 लाख के बोरे का हिसाब देना है। वहीं कैग ने अपनी रिपोर्ट में इसे वित्तीय अनियमितता मानते हुए सरकारी राजस्व का घाटा माना है।

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Ramanjot