लालू यादव को सजा सुनाए जाने के बाद सुशील मोदी बोले- यह तो होना ही था, किसी को नहीं हुआ आश्चर्य
2/21/2022 2:57:06 PM
पटनाः बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले आरसी 47ए/96 में सीबीआई की विशेष अदालत ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद को पांच साल की सजा और 60 रुपए जुर्माना की सजा सुनाई। कोर्ट के इस फैसले के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
Koo App1996 के चारा घोटाला मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद पर जब पहला अभियोग पत्र दायर हुआ, तब केंद्र में भाजपा नहीं, कांग्रेस के समर्थन वाली देवगौड़ा सरकार थी। जब लालू प्रसाद को इस मामले में पहली बार सजा हुई, तब भी भाजपा नहीं, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी। अदालत और जज किसी दल के नहीं होते, फिर भी राजद एक झूठ को बार-बार बोलता रहा।- Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 21 Feb 2022
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर लिखा, "लालू यादव को 5 साल की सजा और 60 लाख के जुर्माने से किसी को आश्चर्य नहीं हुआ। यह तो होना था। लालू जी का चार्जशीट देवगौड़ा जी के समय और पहली सजा मनमोहन सिंह जी के समय हुआ। फिर भी फंसा दिया गया यही राग अलापा जाएगा।"
Koo Appयदि लालू प्रसाद को फँसाया गया था, तो 2004 से 2014 तक केंद्र में राज करने वाली कांग्रेस ने लालू प्रसाद को क्लीनचिट क्यों नहीं दिलवायी? लालू प्रसाद को सभी पांच मामलों में सजा और जुर्माना होना अंततः न्याय की जीत है, लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख है कि राजद प्रमुख को इस उम्र में जेल जाना पड़ा।- Sushil Kumar Modi (@sushilmodi) 21 Feb 2022
बता दें कि रांची स्थित सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत ने आज लालू प्रसाद समेत अन्य अभियुक्तों के सजा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए यह सजा सुनाई। इससे पहले रांची के डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ अवैध निकासी मामले में अदालत ने 15 फरवरी को लालू प्रसाद समेत 75 आरोपियों को दोषी करार दिया था, इसमें से 41 को छोड़ कर अन्य को पहले ही सजा सुना दी गई थी, जबकि तीन आरोपी उस दिन अदालत में सशरीर उपस्थित नहीं हो पाए थे।