तारकिशोर बोले- आयुर्वेद की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए सरकार के स्तर से किया जाएगा हरसंभव प्रयास

2/11/2021 10:24:19 AM

पटनाः बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आयुर्वेद की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए सरकार के स्तर से हरसंभव प्रयास का भरोसा दिलाते हुए कहा कि यह असाध्य बीमारियों को जड़ से मिटाने की पुरानी और कारगर पद्धति है।

तारकिशोर प्रसाद ने बुधवार को विश्व आयुर्वेद परिषद् की बिहार इकाई द्वारा पटना के कदमकुआं में आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे पुरानी और समग्र शारीरिक चिकित्सा पद्धतियों में से एक है। भारत में यह पद्धति अत्यंत प्राचीन रही है। उन्होंने कहा कि बदलती जीवन शैली में इंसान को जल्दी राहत दिलाने के लिए अलग-अलग और सहज पद्धतियां लोगों द्वारा अपनाई जा रही हैं, लेकिन असाध्य बीमारियों को जड़ से मिटाने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति अधिक कारगर है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मूलत: आयुर्वेद प्राकृतिक एवं समग्र स्वास्थ्य की पुरातन भारतीय पद्धति है। इस चिकित्सा पद्धति के अंतर्गत मानव जीवन को स्वस्थ एवं सुखी बनाने के लिए उनको संतुलित रखने की महत्ता को प्रतिपादित किया गया है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति स्वस्थ एवं सुखी मानव जीवन के लिए अधिक लाभकारी है। प्रसाद ने कहा कि विश्व आयुर्वेद परिषद् भारत के इस पुरातन चिकित्सा पद्धति के सिद्धांत एवं व्यवहार को अपने देश में प्रतिस्थापित एवं पुनर्प्रतिष्ठित करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि विश्व आयुर्वेद परिषद् द्वारा आयुर्वेद के सिद्धांतों और सरलता से उपलब्ध वनस्पतियों की गुणवत्ता से जन सामान्य को परिचित कराने जैसे अन्यान्य उद्देश्यों के प्रति काफी सजगता एवं निष्ठा के साथ काम किया रहा है।

इससे पूर्व समारोह में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान बिहार विधानसभा के अध्यक्ष सिन्हा ने आयुर्वेदिक चिकित्सा एवं मानव जीवन के लिए इसकी महत्ता एवं आवश्यकता पर विस्तार से विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान विश्व आयुर्वेद परिषद के डॉ. प्रजापति त्रिपाठी, डॉ. अशोक कुमार दूबे, महासचिव शिवा ठाकुर सहित परिषद के अन्य सक्रिय सदस्य उपस्थित थे।

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Ramanjot