मलेरिया उन्मूलन मुहिम में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए बिहार को किया गया सम्मानित: स्वास्थ्य मंत्री

4/27/2022 11:13:21 AM

 

पटनाः बिहार को मलेरिया उन्मूलन मुहिम में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए केंद्र सरकार ने सम्मानित किया है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि यह हर्ष की बात है कि मलेरिया उन्मूलन में उल्लेखनीय प्रदर्शन के कारण केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बिहार को सम्मानित किया है। वर्ष 2015 से 2021 के बीच मलेरिया की निर्धारित श्रेणी दो से एक में पहुंचने के लिए राज्य को यह सम्मान दिया गया। यह सम्मान 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस पर दिया गया।

मंगल पांडेय ने कहा कि एक तरफ इस सम्मान से बिहार मलेरिया उन्मूलन की मुहिम को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने में और भी उत्साहित होगा। दूसरी तरफ इस मुहिम से जुड़े स्वास्थ्य पदाधिकारी एवं जमीनी स्तर के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब बिहार मलेरिया की निर्धारित श्रेणी दो से निकलकर एक में पहुंच गया है। किसी राज्य में मलेरिया के प्रभाव को दर्शाने के लिए इसे चार श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें श्रेणी 3, 2, 1 एवं 0 बनाई गई है। प्रति 1000 की आबादी पर मलेरिया के एक से कम मामले मिलने पर इसे श्रेणी एक में शामिल किया जाता है। अब विभाग का सम्पूर्ण प्रयास बिहार को श्रेणी एक से निकालकर शून्य की श्रेणी में पहुंचाने की है यानी बिहार से मलेरिया का उन्मूलन करना है। इसको लेकर मलेरिया से अति प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर कार्य भी किया जा रहा है।

मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य में वर्ष 2015 की तुलना में वर्ष 2021 में 84 प्रतिशत मलेरिया के मामलों में कमी दर्ज हुई है। राज्य में वर्ष 2021 में कुल 304635 लोगों की मलेरिया की जांच की गई, जिसमें महज 647 लोग ही मलेरिया से पीड़ित मिले। इसके अलावा इस दौरान राज्य में किसी की भी मलेरिया से मृत्यु नहीं हुई है। वर्ष 2021 में राज्य के सभी 38 जिलों में से 6 जिले ऐसे थे, जहां वर्ष 2021 में एक भी व्यक्ति मलेरिया से पीड़ित नहीं मिला। इसमें भोजपुर, दरभंगा, किशनगंज, मधेपुरा, शेखपुरा और सीवान जिला शामिल है।


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Nitika

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