DMCH के पूर्व औषधी विभागाध्यक्ष ने कहा- जीवन शैली में सुधार लाकर कोरोना से लड़ा जा सकता है

2/23/2022 10:05:22 PM

 

दरभंगाः वरिष्ठ चिकित्सक और दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) के पूर्व औषधी विभागाध्यक्ष डॉ. एके गुप्ता ने कहा है कि जीवन शैली में सुधार लाकर कोरोना को हराया जा सकता है।

डॉ. गुप्ता ने बुधवार को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के स्थापना दिवस एवं पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह पर कोरोना के उपचार में योग की उपयोगिता विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि अस्पतालों में आईसीसीयू का वातावरण भी काफी भयभीत करने वाला होता है और जानलेवा बीमारी का भय भी तनाव की मात्रा को बढ़ा देता है। ऐसी परिस्थिति में यदि आईसीसीयू के माहौल में तनाव की मात्रा कम हो जाए तो इन्हें कोरोना का मुकाबला करने में काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि तनाव कम करने में योग की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। चिकित्सक ने कहा कि प्रतिदिन 30 मिनट सुबह और शाम योग निद्रा किया जाए और इसके साथ ही तीन बार भ्रामरी प्राणायाम एवं दो बार नाड़ी शोधन प्राणायाम किया जाए तो कोविड-19 के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमित यदि हर 2 घंटे पर पेट के बल 15-20 मिनट लेटे तो इस विधि से फेफड़े में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और बाहरी ऑक्सीजन की खपत कम होती है। उन्होंने कोविड-19 बचाव के उपाय की चर्चा करते हुए कहा कि जल नेति का नियमित अभ्यास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस विधि से नाक एवं गला के अंदर भी स्वच्छ हो जाता है, जिससे वायरस वहां नहीं रह पाता है। उन्होंने कहा कि जीवन शैली में सुधार लाएं और योगिक जीवन शैली को अपनाकर कोविड-19 महामारी से लड़ा जा सकता है। नियमित आसन एवं प्राणायाम का अभ्यास के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है, जो कोरोना संक्रमण से बचाव करती है।
 

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Nitika