"दरभंगा एम्स के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया में लाएं तेजी", बिहार सरकार ने अधिकारियों को दिए निर्देश
Sunday, Jul 28, 2024-05:39 PM (IST)
पटना: बिहार के दरभंगा जिले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निर्माण के लिए केंद्र की मंजूरी मिलने के दो दिन बाद, राज्य सरकार ने संबंधित अधिकारियों को चिह्नित भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करने और उसे तत्काल सौंपने का निर्देश दिया है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने रविवार को बताया कि सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए चिह्नित भूमि को तत्काल केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को हस्तांतरित करने सहित सभी आवश्यक कार्य पूरा करने को कहा गया है।
दरभंगा और उसके आसपास के जिलों का होगा विकास- मंगल पांडे
मंगल पांडे ने कहा, “केंद्र ने दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। यह बिहार के लिए केंद्र की ओर से एक बड़ा उपहार है। हम दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए मंजूरी प्रदान करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को धन्यवाद देते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने का काम तेजी से आगे बढ़ा है और यह आगे भी जारी रहेगा।” स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “25 जुलाई को इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य विभाग को केंद्र का एक पत्र मिला है। पटना में एम्स के बाद दरभंगा में बनने वाला एम्स राज्य का दूसरा सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा संस्थान होगा। इससे दरभंगा शहर और उसके आसपास के जिलों का व्यापक विकास होगा और रोजगार के भी बहुत अवसर पैदा होंगे।”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के निदेशक ने 25 जुलाई को बिहार स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को लिखे एक पत्र में कहा, “यह सूचित किया जाता है कि केंद्रीय तकनीकी टीम की अनुशंसा पर सक्षम प्राधिकारी ने दरभंगा के शोभन में एम्स की स्थापना को मंजूरी प्रदान कर दी है। टीम ने दरभंगा में एम्स की स्थापना के लिए एकमी शोभन में स्थल की व्यवहार्यता और उपयुक्तता का आकलन करने के लिए 18 से 19 मार्च, 2024 को दरभंगा का दौरा किया।'' पत्र के मुताबिक, राज्य सरकार से अनुरोध है कि भूमि मंत्रालय को हस्तांतरित किया जाए और दो वैकल्पिक स्रोतों से 20 मेगावोल्ट-एम्पीयर (एमवीए) का स्थायी बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराए।