Shravan 2025: सावन के सोमवार के लिए परफेक्ट हैं ये 10 शिव पार्वती मेहंदी डिजाइंस
Monday, Jun 16, 2025-09:11 AM (IST)

Shravan 2025: बिहार समेत पूरे देश में सावन का पावन महीना भक्ति और श्रृंगार का प्रतीक होता है। खासकर महिलाओं के लिए यह समय आस्था और सौंदर्य दोनों को समर्पित होता है। इस दौरान शिव भक्त जहां शिवलिंग पर जलाभिषेक, उपवास और मंत्र जाप करते हैं, वहीं महिलाएं सोलह श्रृंगार कर भोलेनाथ को प्रसन्न करने की कोशिश करती हैं। इन्हीं श्रृंगारों में से एक है – मेहंदी लगाना (Applying Mehndi in Sawan)।
इस वर्ष महिलाएं पारंपरिक डिजाइनों के साथ-साथ कुछ क्रिएटिव और डिवाइन थीम्स भी ट्राई कर रही हैं, जिसमें भगवान शिव, माता पार्वती, त्रिशूल, डमरू और झूला जैसे डिजाइनों की मेहंदी खास तौर पर पसंद की जा रही है।
टॉप 10 शिव-पार्वती मेहंदी डिज़ाइन्स जिन्हें आप घर पर ट्राई कर सकती हैं
1. शिव-पार्वती झूले पर – इस डिजाइन में भगवान शिव और माता पार्वती झूले पर बैठे नजर आते हैं। यह पूरी तरह से रोमांटिक और धार्मिक भावनाओं को दर्शाता है।
2. डमरू और त्रिशूल थीम – अगर आप सिंपल और स्प्रिचुअल लुक चाहती हैं, तो डमरू और त्रिशूल की डिजाइन बिल्कुल परफेक्ट ऑप्शन है।
3. गणेश जी के साथ शिव परिवार – एक तरफ भगवान शिव-माता पार्वती तो दूसरी ओर भगवान गणेश की आकृति। यह डिजाइन पारिवारिक समर्पण का प्रतीक बनती है।
4. शिव-पार्वती फुल फेस डिजाइन – जिसमें दोनों देवताओं के चेहरे बड़े आकार में दर्शाए जाते हैं। यह मेहंदी देखने में बेहद आकर्षक लगती है।
5. त्रिपुंड और नाग डिजाइन – भोलेनाथ के लुक को दिखाती यह थीम श्रद्धा से भरी होती है और पारंपरिक व आधुनिक दोनों लुक में फिट बैठती है।
6. ॐ और शिवलिंग डिज़ाइन – मिनिमल और क्लासिक स्टाइल पसंद करने वाली महिलाओं के लिए यह एकदम उपयुक्त विकल्प है।
7. शिव-पार्वती कथा चित्रण मेहंदी – इस डिजाइन में दोनों के विवाह या अन्य कथाओं की झलक मिलती है।
8. हाफ हैंड शिव मेहंदी – कम जगह में सुंदरता और भक्ति का संगम चाहती हैं तो यह स्टाइल परफेक्ट है।
9. शिव जी की जटा से बहती गंगा – यह डिजाइन पौराणिक गहराई को दर्शाती है और देखने में बेहद अनोखी लगती है।
10. शिव मंत्र और रेखांकन डिज़ाइन – जिसमें “ॐ नमः शिवाय” या रुद्राक्ष स्टाइल में डिज़ाइन उकेरी जाती है।
सावन की शुरुआत कब से हो रही है?
सावन का महीना 22 जुलाई 2025 (सोमवार) से आरंभ होगा और 19 अगस्त 2025 तक चलेगा। इस दौरान प्रत्येक सोमवार को महिलाएं विशेष श्रृंगार कर पूजा-अर्चना करती हैं और शिव की कृपा पाने हेतु व्रत भी रखती हैं।