Bihar News: अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनेगा दरभंगा Airport! संजय झा ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को सौंपा ज्ञापन

Sunday, Sep 22, 2024-06:38 PM (IST)

पटनाः जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा (Sanjay Jha) ने शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दरभंगा एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों की परेशानियां दूर करने तथा इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने से संबंधित ज्ञापन सौंपा।

संजय झा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट "एक्स" पर पोस्ट कर बताया, " कल नई दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू जी से मुलाकात कर उन्हें दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन करने वाले यात्रियों को हो रही परेशानियों को दूर करने तथा इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने और रनवे के विस्तार की आवश्यकता के संबंध में विस्तृत ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इस अनुरोध को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए मेरे सामने ही इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के अधिकारियों को फोन कर दरभंगा से दिल्ली, मुंबई, बंगलोर और हैदराबाद के बीच उड़ान सेवा शुरू करने का प्रस्ताव विभाग को देने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि वे दोनों कंपनियों के लिए टाइम स्लॉट उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने से संबंधित विस्तृत प्रस्ताव तैयार करें। हमारे अनुरोध को अत्यंत गंभीरता से लेने के लिए माननीय मंत्री जी का सभी मिथिलावासियों की ओर से कोटिश: आभार। साथ ही, आंध्र प्रदेश के व्यंजन का स्वादिष्ट लंच कराने के लिए हृदय से धन्यवाद।"

'दरभंगा एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बने'
राज्यसभा सांसद ने आगे लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू उड़ान योजना के तहत बिहार को मिले एयरपोर्ट को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मिथिला के केंद्र दरभंगा को दिया। उन्होंने कई बार दरभंगा एयरपोर्ट का स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। अब उनकी इच्छा है कि दरभंगा एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बने। माननीय सीएम ने स्पष्ट कहा है कि दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने के लिए यदि अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता होगी, तो राज्य सरकार उसे भी देने के लिए तैयार है। हमने केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू को बताया कि दरभंगा उड़ान योजना के तहत एक अत्यंत सफल एयरपोर्ट है, जो प्रतिवर्ष 5 लाख से अधिक यात्रियों को सेवाएं प्रदान कर रहा है। वर्तमान में यहां से स्पाइसजेट एयरलाइंस मुख्य रूप से दरभंगा से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे मार्गों पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। लेकिन, इस एयरलाइंस के परिचालन समय में अनिश्चितता और उड़ानों को अचानक रद्द कर दिये जाने से यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यहां से उड़ानों की संख्या कम होने के कारण किराये में भी काफी वृद्धि होती रहती है।"

'बिहार के करोड़ों यात्रियों को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है यह एयरपोर्ट'
जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा, " यात्रियों की परेशानियों के मद्देनजर दरभंगा एयरपोर्ट से इंडिगो, अकासा इत्यादि एयरलाइंस को भी महत्वपूर्ण रुटों के लिए सेवाएं प्रदान करने की अनुमति तथा टाइम स्लॉट दिया जाय। साथ ही स्पाइसजेट को जो टाइम स्लॉट दिया गया है, उनमें से जहां की उनकी सेवाएं संतोषजनक नहीं हैं, उस टाइम स्लॉट को भी अन्य एयरलाइंस को उपलब्ध कराया जाय। ऐसे में प्रतिस्पर्धा बढ़ने पर दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन करने वाले यात्रियों को उचित मूल्य पर बेहतर सुविधा मिल पायेगी। आगामी दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली, छठ इत्यादि महापर्व को ध्यान में रखते हुए दरभंगा एयरपोर्ट से आवागमन में यात्रियों को हो रही परेशानियों का शीघ्र समाधान जरूरी है। इसी के साथ मंत्री को बताया कि दरभंगा एयरपोर्ट पर रनवे का विस्तार करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करना रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। यह एयरपोर्ट बिहार के 21 जिलों के करोड़ों यात्रियों को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा से ज्यादा दूर नहीं है। ऐसे में इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने से पूरे उत्तर बिहार के लोगों के लिए विदेश आवागमन सुविधाजनक होगा, अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों और बिजनेस ट्रेवलर्स की संख्या बढ़ेगी। इससे क्षेत्र में व्यापार और निवेश बढ़ाने के राज्य सरकार के प्रयासों को बल मिलेगा। साथ ही, अपनी समृद्ध धार्मिक एवं सांस्कृतिक परंपरा के कारण मिथिला अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन सकता है।

'मंत्री ने सभी बातों को गौर से सुना और...'
संजय झा ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट के अनुरूप तैयार करने तथा रनवे की लंबाई को 9,000 फीट से बढ़ाकर 12,000 फीट करने की आवश्यकता है, ताकि यहां से बड़े विमानों की अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं सुचारू रूप से संचालित की जा सकें। इस कार्य के लिए यदि अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता होगी, तो राज्य सरकार उसे देने के लिए तैयार है। हमें खुशी है कि माननीय मंत्री ने सभी बातों को गौर से सुना और उसके अनुरूप त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों एयरलाइंस तथा विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।


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Content Editor

Swati Sharma

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