स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज की ‘स्व' त्रयी को आधार बनाएगा RSS: डॉ. मोहन सिंह
3/17/2023 11:44:39 AM
पटना: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के उत्तर-पूर्व क्षेत्र कार्यवाह डॉ. मोहन सिंह ने हरियाण के समालखा में 14 मार्च को संपन्न हुई संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा से लौटने के बाद गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संघ स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज की ‘स्व' त्रयी को आधार बनाकर शताब्दी वर्ष अभियान चलाएगा।
डॉ. मोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्र के नवोत्थान के लिए संघ परिवार संस्था का द्दढ़ीकरण, बंधुता पर आधारित समरस समाज का निर्माण तथा स्वदेशी भाव के साथ उद्यमिता का विकास जैसे उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विशेष प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में यह आह्वान किया गया कि भारतीय चिंतन के प्रकाश में सामाजिक, शैक्षिक, आर्थिक, लोकतांत्रिक, न्यायिक संस्थाओं सहित समाज जीवन के सभी क्षेत्रों में काल सुसंगत रचनायें विकसित करने के कार्य में संपूर्ण शक्ति से सहभागी बने। इससे भारत विश्व मंच पर एक समर्थ, वैभवशाली और विश्व कल्याणकारी राष्ट्र के रूप में समुचित स्थान प्राप्त कर सकेगा।
"देश में संघ कार्य का तेजी से हो रहा विस्तार"
उत्तर-पूर्व क्षेत्र कार्यवाह ने कहा कि प्रतिनिधि सभा में राष्ट्रीय महत्व का एक प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें ‘स्व' आधारित राष्ट्र के नवोत्थान का संकल्प लेने का आह्वान है। इसके अलावा सरकार्यवाह ने 3 महत्वपूर्ण वक्तव्य भी जारी किए। महावीर स्वामी के निर्वाण के 2550 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि बिहार उनके कार्य का केंद्र बिंदु रहा था। इस निमित्त संघ भी बिहार में विशेष कार्यक्रम करने की योजना बना रहा है। कार्यवाह ने बताया कि प्रतिनिधि सभा में संघ की कार्यस्थिति की भी चर्चा हुई। देश में संघ कार्य का तेजी से विस्तार हो रहा है।
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