दो महीने में तैयार होगा राजगीर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, घास लगाने का काम शुरू
Monday, Jun 02, 2025-09:17 PM (IST)

पटना: भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि के द्वारा सोमवार को राजगीर खेल परिसर में निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण कार्य में गति लाने हेतु महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक की गई। बैठक में विभाग के वरीय पदाधिकारी, अभियंतागण एवं अन्य कई लोग उपस्थित रहे।
राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम तैयार किया जा रहा है। कार्यकारी एजेन्सी के द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से क्रिकेट पिच, आउटफील्ड, हाई मास्ट लाइट, स्कोर बोर्ड लगाने, पवेलियन में चल रहे फिनिशिंग कार्य, साउंड सिस्टम, वाटर सप्लाई, फायर अलार्म, फायर फाइटिंग समेत अन्य सभी पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
स्टेडियम में लाल मिट्टी से बनाई जा रही 6 क्रिकेट पिच का कार्य पूरा हो गया है। पिच पर घास लगाने का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। मोकामा से लाई गई काली मिट्टी से 7 क्रिकेट पिच बनाई गई है। पिच पर घास लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके अलावा जनरल स्टैंड ईस्ट, जनरल स्टैंड वेस्ट तथा रिवर्स पवेलियन का सिविल वर्क भी तेजी से पूरा किया जा रहा है। सिविल वर्क के साथ ही फिनिशिंग वर्क भी किया जा रहा है। क्रिकेट स्टेडियम में मेन पवेलियन के कार्य पूरा कर लिया गया है।
एजेन्सी ने आश्वासन दिया है कि अगले दो महीने में क्रिकेट स्टेडियम को मैच के लिए तैयार कर लिया जाएगा। विभाग के सचिव कुमार रवि ने एजेन्सी को टाइमलाइन का पालन करते हुए कार्य पूर्ण करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि सभी मानकों को ध्यान में रखकर कार्य पूर्ण किया जाय। किसी भी तरह की लापरवाही न हो। फिल्ड पर घास लगाने का कार्य शुरू हो गया है, जिसे जल्द पूर्ण करने के लिए निदेशित किया गया है। बारिश के मौसम में मैदान से पानी निकासी हेतु ड्रेनेज प्रणाली विकसित की गई है। मैदान के बाहरी एरिया को विकसित करने के लिए समुचित निदेश दिया गया।
क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण 72843 वर्गमीटर भूखण्ड पर किया जा रहा है जिसमें 40,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होगी। स्टेडियम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिसमें खिलाड़ियों के लिए विशेष पवेलियन, कोच और मैनेजर के लिए बैठने की विशिष्ट व्यवस्था, वीवीआईपी अतिथियों के लिए विशेष स्टैंड शामिल होगा। इसके निर्माण होने के उपरांत राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन के साथ-साथ स्थानीय खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण और खेल सुविधाएं मिल सकेंगी। बिहार में क्रिकेट के विकास के लिए यह स्टेडियम मील का पत्थर साबित होगा।