जदयू ने फिर की अग्निपथ योजना की समीक्षा की मांग

6/17/2022 6:37:43 PM

पटना, 17 जून (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से अग्निपथ योजना की समीक्षा के लिए फिर से अपील करते हुए सशस्त्र बलों में भर्ती की इस नई नीति के विरोध में सड़कों पर उतरे युवाओं को आश्वस्त करने का आग्रह किया है।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने इस आशय का एक वीडियो संदेश शुक्रवार को जारी करते हुए कहा, ‘‘केंद्र द्वारा की गयी अग्निपथ योजना की घोषणा से बिहार और देश के अन्य हिस्सों के युवाओं में आक्रोश पैदा हो गया है इसलिए केंद्र को इस योजना पर अविलंब पुनर्विचार के बारे में सोचना चाहिए। यदि यह संभव नहीं है तो युवाओं को आश्वस्त करना चाहिए कि इस योजना से उनके भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने वाला है।’’
जदयू भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का सबसे बड़ा गठबंधन सहयोगी है जो केंद्र में सत्तासीन है। बिहार में भी दोनों दल मिलकर सरकार चला रहे हैं।

सिंह ने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर कहा था, ‘‘अग्निपथ योजना के निर्णय से बिहार सहित देशभर के नौजवानों, युवाओं एवं छात्रों के मन में असंतोष, निराशा एवं अंधकारमय भविष्य (बेरोजगारी)का डर स्पष्ट दिखने लगा है। केंद्र सरकार को अग्निवीर योजना पर अविलंब पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि यह निर्णय देश की रक्षा व सुरक्षा से भी जुड़ा है।’’
जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भाजपा के इस तर्क से असहमत दिखे कि विरोध प्रदर्शन सुनियोजित थे।उन्होंने कहा था, ‘‘विरोध स्वतःस्फूर्त प्रतीत होता है ।’’
विपक्षी दल इस कदम की आलोचना करने में एकमत रहे हैं। विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने चार साल की सेवा के बाद बिना पेंशन लाभ के सेवामुक्त करने जैसे प्रावधानों को लेकर आशंका व्यक्त की है।

उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि क्या अनुबंधित रोजगार की नई योजना से जाति आधारित आरक्षण खत्म हो जाएगा।

ईडी द्वारा अपने नेता राहुल गांधी के कथित उत्पीड़न को लेकर प्रदेश के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन कर रही एवं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जला रही कांग्रेस ने भी अग्निपथ योजना का विरोध किया है ।

एसयूसीआई जैसे वामपंथी संगठनों और माकपा के युवा और छात्र निकायों ने अग्निपथ के विरूद्ध चल रहे आंदोलन का समर्थन किया है।

इसके अलावा जमुई के सांसद चिराग पासवान ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर नई प्रणाली की समीक्षा की मांग की है। चिराग पासवान अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान द्वारा स्थापित लोजपा के एक अलग गुट के प्रमुख हैं।

बढ़ते विरोध के बीच केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि इस तथ्य को देखते हुए कि पिछले कुछ वर्षों में कोई भर्ती नहीं हुई है, नई योजना के तहत उम्र सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल की जाएगी ।


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PTI News Agency