बिहार : ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ विभिन्न जिलों में प्रदर्शन, नौकरी की सुरक्षा और पेंशन पर जताई चिंता

6/15/2022 11:13:01 PM

पटना, 15 जून (भाषा) बिहार के विभिन्न जिलों में 17 साल से 21 साल तक के युवाओं को चार साल के लिए सेना में संविदा पर भर्ती करने और अधिकतर को बिना पेंशन व ग्रेजुएटी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की केंद्र द्वारा शुरू की गयी ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध करते हुए बुधवार को युवाओं ने रेल और सड़क यातायात बाधित किया।

बक्सर जिले में 100 से अधिक की संख्या में रेलवे स्टेशन पहुंचे युवा पटरियों पर बैठ गए जिससे पटना जाने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस की आगे की यात्रा लगभग 30 मिनट तक बाधित रही।

प्रदर्शनकारियों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा मंगलवार को घोषित योजना के खिलाफ नारेबाजी की। युवाओं का यह विरोध-प्रदर्शन आरपीएफ पोस्ट प्रभारी दीपक कुमार तथा जीआरपी थानाध्यक्ष रामाशीष प्रसाद के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम द्वारा समझाने पर समाप्त हुआ।

प्रदर्शनकारियों द्वारा पाटलिपुत्र एक्सप्रेस पर कथित तौर पर पथराव किए जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर आरपीएफ पोस्ट प्रभारी तथा जीआरपी थानाध्यक्ष ने ऐसी घटना से इनकार किया।

मुजफ्फरपुर शहर में बड़ी संख्या में सेना के उम्मीदवारों ने चक्कर मैदान, जहां वे बड़ी संख्या में शारीरिक परीक्षण के लिए आते हैं जो जवानों की भर्ती के लिए अनिवार्य हैं, के चारों ओर सड़कों पर टायर जलाकर अपना आक्रोश प्रकट किया।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे सशस्त्र बलों के लिए आवश्यक शारीरिक परीक्षण उत्तीर्ण कर चुके हैं, लेकिन पिछले दो साल से कोई भर्ती नहीं हुई है। उन्होंने सेना में भर्ती की पुरानी व्यवस्था बहाल करने की मांग की।
सेना में भर्ती के कई उम्मीदवारों ने कलेक्ट्रेट की ओर मार्च किया, जहां उन्होंने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। मुजफ्फरपुर में प्रदर्शकारी को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पडा।

बेगूसराय जिले में हर हर महादेव चौक पर एनसीसी के कुछ छात्रों एवं सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने टायर जलाकर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 को जाम कर ‘अग्निपथ योजना’ का विरोध किया।

प्रदर्शनकारियों ने सेना में चार साल के लिए भर्ती की सरकार की घोषणा के खिलाफ नारेबाजी भी की।

युवाओं के इस विरोध-प्रदर्शन के कारण लगभग दो घंटे तक सड़क जाम रहा जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गयी। जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा एवं पुलिस अधीक्षक योगेंद्र प्रसाद के समझाने पर युवाओं ने सड़क पर जाम खत्म किया।

केंद्र ने मंगलवार को 17 साल से 21 साल तक के युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती की योजना ‘अग्निपथ’ योजना शुरुआत की।
इस बीच, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, ‘‘अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं भारतीय रेलवे व सेना में भी नौकरियां ठेके एवं प्रशासनिक सेवा में ‘लेटरल एंट्री’ के नाम पर दी जाने लगेंगी तो युवा क्या करेंगे।’’
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘क्या युवा पढ़ाई और चार वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में भाजपा के पूंजीपति मित्रों के व्यावसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे’’।
उन्होंने कहा कि ‘‘अग्निपथ योजना के अंतर्गत शस्त्र चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर कम अवधि की अस्थायी सेवा की हुई एक बड़ी आबादी 22 वर्ष की आयु में बेरोजगार हो जाएगी। क्या इससे देश में क़ानून व्यवस्था संबंधित समस्या उत्पन्न नहीं होगी।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘ठेकेदारी प्रथा के तहत संविधान प्रदत्त आरक्षण को समाप्त किया जा रहा है। रेलवे और लेटरल एंट्री में ऐसा ही हो रहा है।’’
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि ‘अग्निपथ’ योजना के तहत भाजपा और संघ अपने अनुषांगिक संगठनों के तंग विचारों एवं घृणा से लैस लोगों व ‘‘फ्रिंज तत्वों’’ को सरकारी खर्चे पर प्रशिक्षण दिलाने को आतुर है।




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PTI News Agency