सासाराम हिंसा को लेकर गरमाई सियासत, मोदी बोले- शाह की रैली टालने के लिए बिगड़ने दिए गए हालात

4/2/2023 12:48:42 PM

पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि अति संवेदनशील सासाराम में जानबूझ कर उपद्रवी तत्वों को छूट दी गई, ताकि वहां अशांति हो और गृह मंत्री अमित शाह की रैली न हो सके। 

"उपद्रवी तत्वों को जानबूझ कर दी गई छूट" 
सुशील मोदी ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि एक खास समुदाय के आपराधिक तत्वों के प्रति नरमी के कारण नीतीश सरकार बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी शोभायात्राओं पर हमले नहीं रोक पाई, बल्कि आगजनी-पथराव की घटनाओं के बाद राम-भक्तों की ही धर-पकड़ हो रही है। उन्होंने कहा कि अति संवेदनशील सासाराम में तो जानबूझ कर उपद्रवी तत्वों को छूट दी गई, ताकि वहां अशांति हो और गृह मंत्री अमित शाह की रैली न हो सके।

भाजपा सांसद ने कहा कि महागठबंधन सरकार नहीं चाहती थी कि भाजपा सासाराम में सम्राट अशोक की जयंती मनाए। सासाराम में जिन तत्वों ने सम्राट अशोक के शिलालेख जैसे पुरातात्त्विक स्थल पर कब्जा कर उसे एक धर्म-विशेष की पहचान से जोड़ने की कोशिश की थी, वे अतिक्रमण हटाने में केंद्र सरकार की पहल से नाराज थे और बदला लेने के लिए मौके के इंतजार में थे। 

"रामभक्तों को सुरक्षा देने में नीतीश सरकार रही विफल"
मोदी ने कहा कि यदि स्थानीय प्रशासन का खुफिया तंत्र कारगर होता और उपद्रवी तत्वों की एहतियातन गिरफ्तारी होती, तो रामनवमी शांतिपूर्ण सम्पन्न होती। उन्होंने कहा कि बिहारशरीफ और सासाराम के ये वही स्थान हैं, जहां पहले भी रामनवमी की शोभायात्राओं पर पत्थरबाजी हुई थी। इसके बावजूद वहां के एसपी-डीएम ने स्वयं निगरानी नहीं की और पुलिस बल की तैनाती भी सांकेतिक थी। कहीं-कहीं तो केवल होम गार्ड तैनात कर खानापूरी की गई थी। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी पर रामभक्तों को सुरक्षा देने में नीतीश सरकार तो पूरी तरह विफल रही, लेकिन अब लोगों को शांति और संयम से काम लेना चाहिए।

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Ramanjot