जीतन सहनी हत्याकांड में पुलिस का एक्शन, 4 लोगों को हिरासत में लिया; कत्ल की वजह आई सामने

Wednesday, Jul 17, 2024-06:36 PM (IST)

दरभंगा/पटना: बिहार पुलिस ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की जघन्य हत्या की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए कुल 4 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने एक बयान में इसकी जानकारी दी। दरभंगा जिला पुलिस की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, "सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण से पता चला है कि 4 लोग 15 जुलाई की रात करीब 10.30 बजे जीतन सहनी के घर में प्रवेश किए और कुछ देर भीतर रहने के बाद बाहर निकल गए।"

बता दें कि पूर्व राज्य मंत्री मुकेश सहनी के 70 वर्षीय पिता की 16 जुलाई को दरभंगा जिले में उनके पैतृक आवास में धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई थी। बयान के अनुसार “जांचकर्ता हिरासत में लिए गए चारों लोगों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में जानकारी और सोमवार रात को पीड़ित के घर जाने का उद्देश्य के बारे में भी पता लगा रहे हैं। उनके बारे में अन्य जानकारी भी ग्रामीणों से जुटाई जा रही है।” इसमें कहा गया है कि हिरासत में लिए गए लोगों की प्रारंभिक जांच और पूछताछ से पता चला है कि इनमें से दो ने सहनी से ब्याज पर पैसे उधार लिए थे। बयान के अनुसार, “यह भी पता चला है कि सहनी की हत्या से दो दिन पहले उनके साथ तीखी बहस हुई थी और बहस के बाद पीड़ित को सबक सिखाने की धमकी दी थी।” पुलिस के अनुसार, “माना जा रहा है कि हिरासत में लिए गए लोगों में से एक ने पीड़ित से लोन लेने के लिए अपनी मोटरसाइकिल गिरवी रख दी थी। सोमवार की रात 10 बजे आरोपी बाइक छुड़ाने के लिए जीतन सहनी के पास गए थे। इसी दौरान ब्याज के रुपए को लेकर विवाद हो गया। मामले की अन्य पहलुओं से जांच की जा रही है।” एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से एकत्र किए गए सभी महत्वपूर्ण साक्ष्यों की फोरेंसिक जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि जांचकर्ता ‘अपराध में प्रयुक्त हथियार' भी बरामद करने का प्रयास कर रहे हैं। जांच के लिए जिला पुलिस की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की गई है।

अधिकारी ने बताया, “जांचकर्ता हिरासत में लिए गए लोगों और मृतक के बीच आर्थिक लेन-देन की भी जांच कर रहे हैं।” जीतन सहनी का अंतिम संस्कार बीते मंगलवार को किया गया। घटना के बाद केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, बिहार के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा प्रमुख सम्राट चौधरी तथा राजद नेता तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं ने इस हत्याकांड की निंदा की। बुधवार को पटना में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “बिहार पुलिस इस मामले की बेहद पेशेवर तरीके से जांच कर रही है। हत्यारे जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। यह बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राजग सरकार है, जहां हत्यारे खुलेआम नहीं घूम सकते।” राय ने राजद के नेतृत्व वाले विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा, "जब राजद सत्ता में थी, तो मुख्यमंत्री का आवास सभी आपराधिक गिरोहों का मुख्यालय बन गया था। अब, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के तहत यह संभव नहीं है।" 


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Khushi

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