पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा पटना शहर, जानिए क्या -क्या मिलेंगी सुविधा?
Tuesday, Apr 22, 2025-08:52 PM (IST)

पटना: राजधानी पटना के गंगा तट को एक भव्य पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत गंगा तट को एक समग्र उद्यान में रूपांतरित किया जाएगा। इसमें रिवर फ्रंट, वानिस्थितिका उद्यान, तितली उद्यान, फूड कोर्ट, अर्बन महिला हाट, पैदल पथ, साइकिल ट्रैक और विशाल पार्किंग सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके कुल क्षेत्रफल का 90 प्रतिशत हिस्सा हरित व खुला रखा जाएगा। जिसमें लगभग एक लाख पेड़-पौधे लगाए जाएंगे, जिससे राजधानी पटना में हरियाली बढ़ेगी और पर्यावरणीय संतुलन में काफी मदद मिलेगी।
पथ निर्माण विभाग के अनुसार कुल 8 हेक्टेयर क्षेत्र में 27 नक्षत्रों पर आधारित वानिस्थितिका उद्यान पारंपरिक खगोलशास्त्र की थीम पर आधारित होगा। साथ ही तितली उद्यान बच्चों व पर्यटकों को प्रकृति से जोड़ेगा। वहीं, कुल 6 किलोमीटर लंबा पैदल पथ गंगा किनारे लोगों को सुरक्षित भ्रमण की सुविधा प्रदान करेगा। कुल 4,000 चार पहिया और 13,000 दोपहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था भी यहां विकसित की जाएगी। राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि यह परियोजना पटना के सतत विकास के साथ-साथ पर्यटन व सांस्कृतिक विस्तार की दिशा में एक नया अध्याय जोड़ेगी।
बिहार राज्य पथ निर्माण निगम लिमिटेड ने "जेपी गंगा पथ समग्र उद्यान (फेज-1) परियोजना" के लिए निविदा आमंत्रण की अधिसूचना जारी कर दी है। यह महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विगत 21 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणा का एक हिस्सा है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि यह परियोजना दीघा से गांधी मैदान तक गंगा पथ के दोनों ओर लगभग 7 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में विकसित की जाएगी। कुल 49.7 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली इस योजना की अनुमानित लागत 387.40 करोड़ रुपये है। इसे 24 माह में पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया गया है। पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप इस परियोजना को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। केवल दो माह के भीतर टेंडर जारी कर देना विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ये निविदा दस्तावेज 27 अप्रैल से 26 मई तक दोपहर 3 बजे तक आधिकारिक पोर्टल से डाउनलोड एवं अपलोड किए जा सकेंगे। एजेंसी का चयन प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया से किया जाएगा और कार्य की गुणवत्ता व समय-सीमा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।