नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की 989 परियोजनाओं का किया शिलान्यास और उद्घाटन

8/11/2021 11:05:21 AM

 

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की 2,705.35 करोड़ रुपए की 989 परियोजनाओं का शिलान्यास, कार्यारम्भ, उद्घाटन एवं लोकार्पण किया।
PunjabKesari
पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश ने स्वास्थ्य विभाग की 2,705.35 करोड़ रुपए की 989 परियोजनाओं का रिमोट के माध्यम शिलान्यास, कार्यारम्भ, उद्घाटन एवं लोकार्पण किया। इसमें 1,503.06 करोड़ रुपए की 872 योजनाओं का शिलान्यास, 521.74 करोड़ रुपए की लागत की दो योजनाओं का कार्यारंभ, 399 करोड़ रुपए की 108 योजनाओं का उद्घाटन किया तथा 281.55 करोड़ रुपए की 7 योजनाओं का लोकार्पण शामिल है। इस अवसर पर अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा ‘‘हमने वर्ष 2006 के फरवरी माह में सर्वे करवाया था, जिसमें पता चला कि एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर इलाज के लिए महीने भर में 39 मरीज जाते थे। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया गया, चिकित्सकों के साथ-साथ दवा की व्यवस्था की गई और अब औसतन एक महीने में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर इलाज के लिए 10 हजार लोग पहुंच रहे हैं।'' उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मार्च से कोरोना का प्रभाव बिहार में दिखा और हमलोगों ने लोगों के बचाव और रक्षा के लिए काम किया। इसके लिए केन्द्र सरकार से भी सहायता मिली। राज्य सरकार द्वारा 10 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा उनके इलाज और बचाव के लिए खर्च किए गए।

मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘हमने कोरोना महामारी के पहले दौर से ही इस रोग से मरने वाले लोगों के परिजनों को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का प्रावधान किया है। हम ज्यादा प्रचार-प्रसार नहीं करते हैं, हम काम में भरोसा रखते हैं। कल भी एक व्यक्ति आए, उनकी पत्नी का दिल्ली में कोरोना से निधन हो गया था। उन्होंने बताया कि उन्हें मुआवजा नहीं मिला है, हमने कहा कि बिहार के रहने वालों की अगर बिहार के बाहर भी कोरोना से मृत्यु होती है, तो उन्हें भी 4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि 18 से 45 आयु वर्ग के लोगों के लिए टीके की व्यवस्था राज्यों को करनी थी, इसके लिए हमने 150 करोड़ रुपए से भी ज्यादा खर्च कर इस काम को शुरू किया। बाद में केंद्र सरकार द्वारा सभी आयु वर्ग के लिए मुफ्त टीके की व्यवस्था की गई, इसके लिए प्रधानमंत्री जी को विशेष तौर पर बधाई देते हैं। अभी 12 वर्ष से 18 आयु वर्ग के बच्चों के टीके की बात चल रही है, अगर उस पर भी निर्णय हुआ तो हम काम करेंगे। कुमार ने कहा कि कोरोना टीकाकरण का कार्य भी राज्य बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। हमने 6 महीने में 6 करोड़ लोगों का कम से कम टीकाकरण करवाने का लक्ष्य रखा है, जो इस वर्ष के अंत तक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा कर प्रत्येक पहलु की जानकारी ली जाती है। कोरोना की गांव-शहर, हर जगह जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी इच्छा है कि 2 लाख से भी अधिक नमूनों की कोविड-19 जांच राज्य में रोजाना हो। जांच करने का उद्देश्य कोरोना संक्रमितों का पता लगाने और संक्रमण को फैलने से रोकना है।''
PunjabKesari
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम के लिए भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। दवा की किसी प्रकार की कमी नहीं है। हमने कई जगह जाकर देखा कि लोग मास्क पहन रहे हैं या नहीं। लोग मास्क पहनने में लापरवाही बरत रहे हैं। हमने लोगों को समझाने के लिए और प्रचार-प्रसार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना बताई जा रही है, इसे देखते हुए सभी सचेत और जागरुक रहें। कार्यक्रम के दौरान बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कंट्री हेड हरि मेनन और बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया गया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Nitika

Recommended News

Related News

static