पूर्व राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के निधन पर CM नीतीश ने जताया शोक, कहा- राजनीतिक क्षेत्र में हुई अपूरणीय क्षति

1/8/2023 1:03:01 PM

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बंगाल के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पंडित केशरीनाथ त्रिपाठी के निधन पर आज गहरी शोक-संवेदना व्यक्त की। दरअसल, केसरी नाथ त्रिपाठी काफी समय से बीमार चल रहे थे, वहीं रविवार सुबह 5 बजे उनका निधन हो गया। 

राजनीतिक क्षेत्र में हुई अपूरणीय क्षति: CM नीतीश
नीतीश कुमार ने रविवार को अपने शोक संदेश में कहा कि वह एक लोकप्रिय नेता तथा कुशल प्रशासक थे। उन्होंने हमेशा संसदीय लोकतंत्र की मजबूती की बात की। उन्होंने कहा कि स्व. केसरी नाथ त्रिपाठी ने 27 नवंबर 2014 से 15 अगस्त 2015 और 20 जून 2017 से 29 सितंबर 2017 तक बिहार के राज्यपाल के अतिरिक्त प्रभार के रूप में अपना योगदान दिया था। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। 



सांस लेने में हो रही थी दिक्कत 
बता दें कि पूर्व राज्यपाल पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी  88 साल के थे। उनके निधन के बाद पूरे परिवार में मातम छा गया। निधन से पहले उनकी तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। दो दिन पहले ही पूर्व राज्यपाल को प्रयागराज स्थित एक्युरा क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल से घर लाया गया था। वहां चिकित्सक उनपर नजर रखे हुए थे। उन्हें ऑक्सीजन के साथ ही पेय पदार्थ भी नली की मदद से दिया जा रहा था। शनिवार को दिक्कत बढ़ने के बाद चिकित्सकों ने लखनऊ ले जाने की सलाह दी थी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि आज उन्हें पीजीआई लखनऊ ले जाने की तैयारी थी। लेकिन उससे पहले ही उनका निधन हो गया।



जाने कौन थे पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी
पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी का जन्म 10 नवंबर 1934 को हुआ था। उनकी गिनती बीजेपी के सीनियर नेताओं में होती थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ ही वह कई सालों तक यूपी विधानसभा अध्यक्ष के पद पर भी काबिज रहे। वह तीन बार यूपी विधानसभा अध्यक्ष रहे। इसके अलावा वह भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पंडित केसरीनाथ त्रिपाठी 2014 से 2019 तक पश्चिम बंगाल के गवर्नर रहे। इस बीच उन्हें बिहार, मेघालय और मिजोरम राज्यों का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था।

 

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Ramanjot