पढ़ाई के लिए पिता ने बेच दी थी जमीन, अब बेटे ने IAS बन बढ़ाया मान, UPSC में हासिल किया 346वां रैंक

5/31/2022 12:32:45 PM

नवादाः सोमवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा 2021 का रिजल्ट जारी कर दिया गया। वहीं बिहार के नवादा जिले के आलोक रंजन ने यूपीएससी की परीक्षा में 346 रैंक हासिल कर गांव ही नहीं बल्कि नवादा जिले का गौरव बढ़ाया है। आलोक की सफलता के बाद परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है। परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों की खुशी भी देखने वाली थी। उन्होंने बाजे- गाजे के साथ जुलूस निकालकर देवी देवताओं की पूजा के साथ मिठाइयां बांटी।



नवादा के रोह प्रखंड के गोडीहारी गांव के शिक्षक नरेश यादव व शिक्षिका सुशीला देवी के पुत्र आलोक रंजन को सातवें प्रयास में यह सफलता मिली है। आलोक रंजन के छोटे भाई समाजसेवी ए. के गुरु ने बताया कि उनके भाई ने 7 वीं वर्ग तक की शिक्षा गांव में ले ली। उसके बाद नवादा के एक निजी स्कूल में इंटर की पढ़ाई की और फिर दिल्ली चले गए। वर्ष 2007 से अब तक कड़ी मेहनत करने के बाद आखिरकार उन्हें यूपीएससी परीक्षा पास करने में सफलता मिली। आलोक रंजन बचपन से ही मेधावी थे तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनकर गरीबों की सेवा उनके विचारों में शुमार था।



इसी बीच आलोक की मां सुशीला देवी कहती हैं कि हम आज भी किराए के घर में हैं। हमने अपनी पुश्तैनी जमीन का एक बड़ा हिस्सा बेचकर बेटे के करियर में लगा दिया। बाद में पैसे की फिर तंगी हुई तो नवादा की एक कीमती जमीन बेची और वह पैसे भी बेटे की पढ़ाई में खर्च किए। उधर, आलोक के गांव के ग्रामीण बाजे-गाजे के साथ खुशियां मना रहे हैं। सबका मानना है कि मेरा बेटा ने गांव का नाम रोशन किया है। ग्रामीणों ने बाजे- गाजे के साथ जुलूस निकालकर देवी देवताओं की पूजा के साथ मिठाइयां बांटी। एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयां भी दी।

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Ramanjot