पटना की नगर रक्षिका है मां पटनेश्वरी, यहां गिरी थी सती की दाहिनी जांघ

10/14/2021 5:47:54 PM

पटनाः देश के प्रमुख शक्ति उपासना केंद्रों में शुमार बिहार की राजधानी पटना के पटन देवी मंदिर में विद्यमान मां भगवती को पटना की नगर रक्षिका माना जाता है। पटना के गुलजार बाग इलाके में स्थित बड़ी पटन देवी मंदिर परिसर में काले पत्थर की बनी महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की प्रतिमा स्थापित हैं। इसके अलावा यहां भैरव की प्रतिमा भी है।

पौराणिक कथा के अनुसार, माता सती अपने मायके में हो रहे यज्ञ में पति भगवान शंकर को निमंत्रण नहीं मिलने के कारण उनका अपमान सहन नहीं कर सकी और यज्ञ के हवनकुंड में कूद पड़ी। सती के जलते शरीर को लेकर भगवान शिव तांडव करते हुए आकाश मार्ग से चल पड़े। भगवान शंकर के क्रोध को शांत करने के लिए भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र चलाया जिसके बाद मां का शरीर अलग-अलग जगहों पर कट कर गिरा जो बाद में शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध हुआ।

देवी भागवत के अनुसार, सती की दाहिनी जांघ यहां गिरी थी। पूरे देश में सती के 51 शक्तिपीठों में प्रमुख इस उपासना स्थल में माता की तीन स्वरूपों वाली प्रतिमाएं विराजित हैं। मंदिर में पटन देवी भी दो हैं, छोटी पटन देवी और बड़ी पटन देवी जिनके लिए अलग-अलग मंदिर हैं।


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Ramanjot

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