ब्राह्मण समुदाय को अपशब्द कहने के बाद मांझी ने दी सफाई, गलतफहमी के लिए मांगी माफी

12/20/2021 10:17:11 AM

पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी ने ब्राह्मणों के लिए अपशब्द कहने पर हंगामा मचने के बाद सफाई दी कि उन्होंने ब्राह्मणों को नहीं बल्कि अपने समुदाय के लोगों को गाली दी है, जो भगवान की पूजा के लिए पंडित की सेवा लेते हैं लेकिन पुजारी उन्हें अछूत मानता है और उनके यहां भोजन तक नहीं करता है।

जीतनराम मांझी ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने कभी भी ब्राह्मण समुदाय के लिए अपशब्दों का प्रयोग नहीं किया है, उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। सच्चाई यह है कि उन्होंने अपने समुदाय के लोगों को गाली दी है, जो वैसे पंडितों (पुरोहितों) से अपने घरों में पूजा पाठ कराते हैं, जो दलितों को अछूत मानते हैं और उनसे नकद में दान की मांग करते हैं लेकिन उनका छुआ खाना नहीं खाते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था कि उनका समुदाय भगवान सत्यनारायण की पूजा करता हो। उनके समुदाय के लोग मां शबरी, तुलसी और दीना भगरी की पूजा करते थे लेकिन आज पंडित जी आते हैं और कहते हैं कि दान दे दीजिए लेकिन हम आपके यहां भोजन नहीं करेंगे। उन्होंने इसी पर अपने समुदाय के लोगों को गाली देते हुए कहा था कि तुम्हें लज्जा आनी चाहिए। उन्होंने कहा फिर भी यदि उनकी बात से ब्राह्मणों की भावना को ठेस पहुंची है तो वह उसके लिए माफी मांगते हैं।

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Ramanjot