Bihar Assembly Election 2025: BJP में शामिल होंगी लोकगायिका मैथिली ठाकुर? दरभंगा से मिल सकता है टिकट

Monday, Oct 06, 2025-06:46 PM (IST)

Bihar Assembly Election 2025:बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही सियासी पारा चढ़ गया है। अब इस चुनावी माहौल में सुरों की दुनिया से राजनीति में एक नया चेहरा उतरने की तैयारी में है- मशहूर लोकगायिका मैथिली ठाकुर। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं विनोद तावड़े और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात के बाद उनके चुनावी मैदान में उतरने की चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, मैथिली ठाकुर दरभंगा या अलीनगर सीट से बीजेपी प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकती हैं। उनकी सादगी, लोकप्रियता और बिहार से गहरा जुड़ाव उन्हें बीजेपी के लिए एक मजबूत चेहरा बना सकता है।

दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मैथिली ठाकुर की मुलाकात के बाद से ही सियासी चर्चा गर्म है। दोनों नेताओं ने उनसे मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिसके बाद यह सवाल उठने लगे कि क्या मैथिली अब ‘सुरों से सियासत’ की ओर रुख करने जा रही हैं?

तावड़े के सोशल मीडिया पोस्ट से बढ़ी अटकलें

विनोद तावड़े ने अपने X (Twitter) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा —

“वर्ष 1995 में बिहार में लालू राज आने पर जो परिवार बिहार छोड़कर चले गए, उस परिवार की बिटिया सुप्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर जी बदलते बिहार की रफ्तार को देखकर फिर से बिहार आना चाहती हैं। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय और मैंने उनसे आग्रह किया कि बिहार की जनता के लिए उनका योगदान अपेक्षित है।”

इस पोस्ट के सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा और भी तेज हो गई कि मैथिली ठाकुर BJP में शामिल हो सकती हैं।

कौन हैं मैथिली ठाकुर?

  • मैथिली ठाकुर का नाम देशभर में शास्त्रीय संगीत, लोकगीत, भजन और मैथिली-भोजपुरी गीतों के लिए जाना जाता है।
  • उनका जन्म 25 जुलाई 2000 को मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ था।
  • उनके पिता रमेश ठाकुर एक संगीत शिक्षक हैं और माता भारती ठाकुर गृहिणी।
  • मैथिली के दो छोटे भाई — ऋषभ और अयाची ठाकुर, अक्सर उनके साथ मंच पर परफॉर्म करते हैं।
  • मैथिली ने महज 11 साल की उम्र में ‘सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स’ (2011) में हिस्सा लिया था। इसके बाद उन्होंने कलर्स टीवी के ‘राइजिंग स्टार’ (2017) से देशभर में अपनी पहचान बनाई।

कम उम्र में बड़ा मुकाम — देशभर में मशहूर नाम

मैथिली की सादगी, सुरों की मिठास और लोकसंस्कृति से जुड़ाव ने उन्हें खास बनाया है।

उन्हें कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं —

  • उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार (2021)
  • लोकमत सुर ज्योत्सना नेशनल म्यूजिक अवॉर्ड
  • नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड (2024) — जो उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया था।
  • उनकी सोशल मीडिया पर लाखों की फैन फॉलोइंग है, और उनके वीडियो भारत से लेकर विदेशों तक पसंद किए जाते हैं।

BJP में शामिल होने से पार्टी को मिल सकता है फायदा

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर मैथिली ठाकुर BJP का दामन थामती हैं, तो इससे पार्टी को युवा और महिला वोटर्स के बीच एक बड़ा चेहरा मिल सकता है।उनकी सादगी, लोकप्रियता और सांस्कृतिक पहचान उन्हें “जनता की कलाकार” बनाती है।

फिलहाल, न तो BJP और न ही मैथिली ठाकुर ने इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा की है। लेकिन, यह तय है कि उनके राजनीति में आने की चर्चा आने वाले चुनावी समीकरणों में बड़ा असर डाल सकती है।


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Content Writer

Ramanjot

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