Chhath Puja 2022: आज से नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ महापर्व छठ, सीढ़ी घाट पर उमड़ी हजारों व्रतियों की भीड़

10/28/2022 12:54:14 PM

मुजफ्फरपुरः लोक आस्था का महापर्व छठ दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है। नहाय-खाय के साथ आज से छठ महापर्व शुरू हो गया है। चार दिन तक चलने वाले इस महापर्व के पहले दिन नहाय-खाय,दूसरे दिन खरना,तीसरे दिन संध्या अर्ध्य और चौथे दिन उषा अर्घ्य देते हुए समापन होता है। वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सुबह से सीढ़ी घाट व आश्रम घाट सहित अन्य नदियों पर हजारों की संख्या में व्रतियों की भीड़ उमड़ी हैं। व्रतियों ने गंगा में स्नान कर गंगा मां की पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाया और छठी मईया से आशीर्वाद मांगा।

छठ के पहले दिन मनाया जाएगा नहाय-खाय
इस महापर्व में छठी मैया और भगवान सूर्य की पूजा की जाएगी। छठ व्रत को कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इसमें व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं। लोक आस्था के महापर्व छठ के पहले दिन को नहाय-खाय के रूप में मनाया जाएगा इस दिन घर की साफ-सफाई के बाद छठ व्रती स्नान करके कद्दू- लौकी की सब्जी, चने की दाल और अरवा चावल का भात खा सकते हैं।

दूसरे दिन होगी खरना की पूजा
29 अक्टूबर को छठ पूजा का दूसरा दिन होगा। इस दिन खरना की पूजा की जाती है। इस दिन ही व्रती निर्जला उपवास रखते है और शाम को गुड़ के चावल का प्रसाद बांटते है। साथ ही उस प्रसाद को ग्रहण करते है। प्रसाद को खाने के बाद व्रतियों का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है।

तीसरे दिन शाम को सूर्य को दिया जाएगा अ‌र्घ्य
30 अक्टूबर तीसरे दिन शाम को सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाएगा। सूर्य षष्ठी को छठ पूजा का तीसरा दिन होता है। इस दिन प्रसाद के रूप में ठेकुआ और चावल के लड्डू बनाते हैं। शाम को बांस की टोकरी में अ‌र्घ्य का सूप सजाया जाता है। सभी व्रती दिनभर उपवास के बाद शाम को डूबते हुए सूर्य को अ‌र्घ्य देते है। इस दौरान सूर्य को जल और दूध का अ‌र्घ्य दिया जाता है।

चौथे दिन उगते हुए को सूर्य दिया जाएगा अ‌र्घ्य
31 अक्टूबर को व्रत का पारण किया जाएगा और छठ पर्व संपन्न हो जाएगा। इस दिन व्रती उगते हुए सूर्य को पानी में खड़े होकर अ‌र्घ्य देते हैं। इसके बाद प्रसाद खाकर व्रत का पारण किया जाता है। 

Content Editor

Swati Sharma