बिहार में दिख रहा भारत बंद का असर, वाम दलों ने किया ट्रेनों का चक्का जाम

12/8/2020 11:05:01 AM

 

दरभंगा: बिहार में भारत बंद का असर दिख रहा है। कृषि कानूनों को लेकर आंदोलित किसानों के लिए संगठनों के बुलाए गए भारत बंद का समर्थन करते हुए वाम दल सड़क पर उतर आए। साथ ही दरभंगा में सीपीआई माले पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लहेरियासराय स्टेशन पर पहुंच विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

माले कार्यकर्ताओं ने सियालदह-जयनगर गंगासागर एक्सप्रेस का चक्का जाम कर दिया। दरभंगा रेलवे स्टेशन पहुंचे सीपीआई कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली-बिहार संपर्क क्रांति स्पेशल सुपरफास्ट एक्सप्रेस को रोककर ट्रैक विरोध प्रदर्शन किया। इसकी वजह से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। आंदोनकारी प्रिंस राज का कहना है कि सरकार नए कानूनों के सहारे किसानों का हक छीनना चाहती है। तीनों किसान कानून के लागू होने से किसानों के अधिकार कृषि, उत्पादन समिति, मंडी को खत्म कर देंगे। किसान निजी कम्पनियों के हाथ की कठपुतली बनकर रह जाएंगे। इस कानून के लागू होते ही कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग से कृषि उत्पादन पर कॉरपोरेट घरानों के एकाधिकार हो जाएगा और वह अपने हिसाब से मूल्य का निर्धारण करेगा, जिसे यहां का किसान मजदूर किसी कीमत पर नहीं होने देगा।

वहीं प्रिंस राज ने कहा कि इस कानून में आवश्यक वस्तु अधिनियम समाप्त कर दिया जाएगा, जिससे भंडारण एवं कालाबाजारी को खुली छुट मिल जाएगी। इसके कारण वस्तुओं के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि होगी। उन्होंने सरकार पर किसान आन्दोलन को कुचलने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की मंसूबा को किसी भी कीमत पर पूरी नहीं होने देंगे। उनका कहना है कि सरकार को आन्दोलनकारी किसानों से अविलंव बातचीत कर बिल को वापस लेने हेतु संसद सत्र बुलाना चाहिए। अगर सरकार तीनों बिल वापस नहीं लेती है, तो पूरे देश के किसान गोलबंद होकर सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।

सीपीआई से जुड़े दरभंगा जिला किसान सभा के जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार के किसान विरोधी इस कानून के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। अगर इसके बाद भी सरकार ने इस कानून को वापस नहीं लिया तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।


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Nitika

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