"हर हाल में होगी जातिगत गणना, सरकार प्रतिबद्ध...BJP के मंसूबों को कभी भी नहीं होने देंगे सफल", JDU का दावा

5/21/2023 11:12:53 AM

पटना: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने दावा किया कि प्रदेश में हर हाल में जातिगत गणना होगी और इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं महासचिव राजीव रंजन ने शनिवार को कहा कि जातिगत गणना के मामले के न्यायालय में फंसने से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जश्न का माहौल है। उन्हें लग रहा है कि गरीबों, पिछड़ों को हक दिलाने के लिए राज्य सरकार की कवायद को उन्होंने अपनी साजिशों से रोक दिया है लेकिन भाजपा यह जान ले कि सूबे की सरकार उनके मंसूबों को कभी भी सफल नहीं देगी। 

"सरकार अतिपिछड़ों को उनका हक दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध"
राजीव रंजन ने कहा कि सरकार पिछड़े, अतिपिछड़ों को उनका हक दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहे जितना ज़ोर लगा लें जातिगत गणना को रोकने के लिए उनकी सारी साजिशें जदयू ध्वस्त कर देगी। रंजन ने कहा कि पिछड़े, अतिपिछड़े समाज को उनके हक से वंचित रखने के लिए भाजपा शुरुआत से ही जातिगत गणना का विरोध करती आई है। इनके नेता ऊपर से भले ही इस गणना के पक्ष में दिखने की कोशिश करते थे लेकिन अंदर ही अंदर उन्होंने इसे रोकने के लिए साजिशों की झड़ी लगा दी। लेकिन, समाजिक न्याय के लिए प्रसिद्ध मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब इनसे डरे बिना जातिगत गणना का प्रथम चरण सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया तो इन्होंने अपने सहयोगियों को अदालत में भेज कर इसमें व्यवधान डलवा दिया। भाजपा यह जान ले कि सत्य को थोड़ी देर परेशान किया जा सकता है लेकिन हराया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, 'हम न्यायालय में भी जीत दर्ज करेंगे और जातिगत गणना हो कर ही रहेगी।      

"भाजपा के लोग यह चाहते ही नहीं कि..."
जदयू महासचिव ने भाजपा को पिछड़ा, अतिपिछड़ा विरोधी बताते हुए कहा कि हर कोई जानता है कि जातिगत गणना से पिछड़े, अतिपिछड़े समाज एवं अन्य जातियों की वास्तविक संख्या पता चलती, जिससे उन्हें लक्ष्य कर के योजनायें बनाने में आसानी होती लेकिन भाजपा के लोग यह चाहते ही नहीं कि इस समाज की वास्तविक संख्या पता चले। इन्हें डर है कि यदि इस समाज को अपनी असली ताकत पता चल गयी तो वह अपने हक के लिए आवाज बुलंद करने लगेंगे, जो यह चाहते ही नहीं।

"भाजपा अतिपिछड़े नेताओं को वोट बैंक तक सीमित रखने की साजिशों में लगी" 
रंजन ने कहा कि दरअसल भाजपा अतिपिछड़े नेताओं को वोट बैंक तक सीमित रखने की साजिशों में लगी है। अतिपिछड़े समाज की बड़ी संख्या को देखते यह लोग उन्हें अपने साथ रखना तो चाहते है लेकिन उन्हें वाजिब सम्मान देना पसंद नहीं है। इन्हें अतिपिछड़े समाज का वोट तो चाहिए लेकिन उन्हें उनका अधिकार देना भाजपा के नेताओं को सख्त नापसंद है। उन्होंने कहा कि भाजपा यह जान ले कि अतिपिछड़ा समाज को बरगला कर उनका वोट खींचने का भाजपा का षड्यंत्र हम कभी कामयाब नहीं होने देंगे।

Content Editor

Swati Sharma