मंत्रिपरिषद विस्तार पर बोले जायसवाल- आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा इंद्रधनुषी मंत्रिमंडल

7/9/2021 11:55:27 AM

पटनाः बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष एवं सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने केंद्र की मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद विस्तार पर कहा कि यह इंद्रधनुषी मंत्रिमंडल आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा।

डॉ. जायसवाल ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास को अपने शासन का मूल मंत्र बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी ने हमेशा ही शासन संचालन में भी समाज के सभी वर्गों और समुदायों की महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार में भी सरकार का गरीबों, पीड़ितों, शोषितों, वंचितों समेत समाज के सभी वर्गों के प्रति यही अनुराग फिर से दिखाई पड़ा है। उन्होंने कहा कि यह अब तक की सबसे युवा कैबिनेट है, जिसमें मंत्रियों की औसत आयु 61 से घटकर 58 हो गई है। देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को इस मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला है, जिससे उन राज्यों के अनुभवों का देशहित में उपयोग होने के साथ-साथ देश के संघीय ढांचे को भी मजबूती मिलेगी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति से 12 और अनुसूचित जनजाति से मंत्री बनाए गए हैं। वहीं, अति पिछड़ी जातियों से कुल 27 मंत्री हैं। इसके अलावा पांच अलग-अलग राज्यों से अल्पसंख्यक समुदाय के पांच मंत्री बनाये गये हैं, जिसमें एक मुस्लिम, एक सिख, एक ईसाई और दो बौद्धों को प्रतिनिधित्व मिला है। इसी तरह 29 मंत्री ब्राह्मण, क्षत्रिय, भूमिहार, कायस्थ, बनिया, खत्री, लिंगायत, रेड्डी, मराठा, पटेल समाज से आते हैं। मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व देशव्यापी और समाजव्यापी है, जिसमें समाज के सभी जाति-धर्मों के लोग समाहित हैं।

डॉ. जायसवाल ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में महिलाओं को भी विशेष तवज्जो दी गई है। शासन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और नारी शक्ति के उदय को भरपूर प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक रूप से 11 महिलाओं को मंत्रिमंडल में स्थान दिया है, जो अलग-अलग राज्यों से आती हैं। इससे स्पष्ट है कि ऐसा करके प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के सशक्तिकरण का एक मजबूत संदेश दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में शिक्षा, क्षमता और काबिलियत का विशेष ध्यान रखा गया है। प्रशासन एवं विधि-निर्माण जैसे अनुभवों को प्रमुखता दी गई है। नए मंत्री बने लोगों में 13 वकील, 6 डॉक्टर, 5 इंजीनियर, 7 पूर्व सिविल सेवक, 7 पीएचडी और तीन एमबीए हैं। इस टीम के गठन के बाद विकास की गति और तीव्र होनी तय हो चुकी है। केंद्र सरकार का यह इंद्रधनुषी मंत्रिमंडल निश्चय ही आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के मार्ग को और प्रशस्त करेगा।


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Ramanjot

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